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________________ ५६२) ५. श्री जडीयाल गुरु तीर्थ MAN 199 जडियाल गुरु जैन मंदिरजी tha a 5 मूलनायक श्री ऋषभदेव स्वामी आ. श्री विजयानंद सूरीश्वरजी (आत्मारामजी) म. द्वारा शिलारोपण हुआ था । श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन भाग इस मंदिर की प्रतिष्ठा विक्रम सं. १९५७ में पू. आ. श्री वल्लभ सूरीश्वरजी म. के द्वारा कराई थी। इस मंदिर का जीर्णोद्धार अहमदाबाद - मुंबई वालों के सहयोग से एक बार किया था। इस मंदिर को १०० वर्ष होंगे मूलनायक के दोनों तरफ (१) शान्तिनाथजी है (२) श्री मल्लिनाथ भगवान है। यहां श्वे. मू. जैन के पहले १५० घर थे अब ३५-४० घर है। उसी प्रकार यहां दूसरे दो मंदिर है। पार्श्वनाथजी मंदिर २५० वर्ष पुराना है । (१) आत्मारामजी म. की मूर्ति श्रीमती दुर्गादेवी और श्री लालचंद जैन मानहानी की धर्मपत्नी गुजरावाला निवासी ने बनवाई थी। जलंधर से जड़ीवाल गुरु ५० कि.मी. होता है। हाईवे तथा रेल्वे है। फ त्रिगडु मूलनायक श्री ऋषभदेव स्वामी
SR No.002431
Book TitleShwetambar Jain Tirth Darshan Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendrasuri
PublisherHarshpushpamrut Jain Granthmala
Publication Year2000
Total Pages328
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size75 MB
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