________________
७३०)
श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन : भाग - २
OMEDIO
मूलनायक श्री विमलनाथजी वैश्याल स्ट्रीट
मूलनायक श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथजी-आर. एस.
वैश्याल स्ट्रीट जैन मंदिरजी - कोईम्बतूर
कोईम्बतूर - आर. एस. पुरम् मूलनायक श्री शंखेश्वरा पार्श्वनाथजी
यह मंदिर नूतन है उपर श्री मुनिसुव्रत स्वामी विराजे हैं। उसकी प्रतिष्ठा सं. २०३७ वैशाख वदी ३ ता. २५-३-१९८१ को पू. आ. श्री विजय राजयश सूरीश्वरजी म. के द्वारा हुई है। यह शहर दक्षिण का मांचरेस्टर कहलाता है। मंदिर के बाहर श्री आदिश्वरजी दादा के चरण हैं । जैन के २५० घर हैं। १५०० की संख्या है। दूसरे दो घर मंदिर भी हैं। मद्रास कोईम्बतूर रेल्वे हैं। एरोड्रम हैं। तिरुपुर से ५० कि.मी. है। पिन - ६४१ ००२
कोईम्बतूर (वेश्याल स्ट्रीट) मूलनायक श्री विमलनाथजी इस शहर में पहले घर मंदिर था। वि. सं. २०१५ वै. सुदी ६ को पू. आ. श्री विजय पूर्णानंदसूरीश्वरजी म. के द्वारा प्रतिष्ठा हुई है। इस विस्तार में २०० घर १२०० जैन हैं।
पिन - ६४१००२