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मूलनायक श्री शांतिनाथजी
प्रतिमाजी जयपुर से लाये हैं। उपर श्री मुनिसुव्रतस्वामी है। जो मारवाड से लाये हैं। शिखरबंधी मंदिर है।
प्रतिष्ठा वि. सं. २०४४ में माह सुदी १० को पू. आ. श्री विजय अशोकरत्न सूरीश्वरजी म. तथा पू. आ. श्री विजयअभयरत्नसूरीश्वरजी म. की निश्रा में हुई है।
हैदराबाद गुडकल बैंगलोर रेल्वे लाइन तथा बैंगलोर - हैदराबाद हाइवे पर आया है। उपाश्रय धर्मशाला है। ता. जि. कर्नूल ।
१६. श्री आदोनी तीर्थ
श्री वासल्यस्वामीनी
मूलनायक श्री वासुपूज्य स्वामी
श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन भाग
आदोनी जैन मंदिरजी
JODO