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आंध्र प्रदेश
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मूलनायक श्री पार्श्वनाथजी यह जिन मंदिर १०० वर्ष पुराना है। धातु के प्रतिमाजी आरस के त्रिशिखरी सिंहासन में है। दूसरा मंदिर बराठी पेठ में है। ३५० घर है। उपाश्रय, आयंबिलखाता आदि है। यह शहर तेनाली से २० कि.मी. है। विजयवाडा-मद्रास तथा हैदराबाद-गोलकुंडा रेल्वे लाईन में स्टेशन है। जि. ता. गुन्टूर पिन - ५२२००३
१२. श्री अमरावती तीर्थ
WHAWANA
TOIRIDIO
मूलनायक श्री चिंतामणि पार्श्वनाथजी
अमरावती जैन मंदिरजी
मूलनायक श्री चिंतामणि पार्श्वनाथजी
गुन्टूर से २५ कि.मी. यह स्थान है। अभी एक कमरे में प्राचीन प्रतिमाजी है। गुन्टूर के श्रावक इस प्राचीन स्थल को तीर्थ का रूप दे रहे हैं। __ “आंध्र में जैन धर्म' पुस्तक में इस गांव का इतिहास है। यहां प्राचीन नगरी थी। खोदकार्य करते ईस्वी सन् १०० की प्रतिमाएँ, शिलालेख, सिक्के मिले हैं। पास में कृष्णा नदी बहती है। स्थान मनोहर है। पार्श्वनाथजी के प्रतिमा नदी किनारे से खोदकार्य करते मिले हैं। ता. मंगलगिरि, जि. गुन्टूर। पिन - ५२००५२