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श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन : भाग - २
मूलनायक श्री आदिश्वरजी शिखरबंधी मंदिर है नया तीर्थ बना है। व्यवस्था सुंदर है। प्रतिमाजी प्राचीन है। श्री भीमावरम् श्वे. मू. जैन संघ ने मंदिर बनवाया है। व्यवस्था भी वह करते हैं।
उपाश्रय, धर्मशाला, भोजनशाला की व्यवस्था है। भीमावरम् में घर मंदिर है। भीमावरम् जंक्शन से ५ कि.मी. है। भीमावरम् - विझागापट्टम लाइन तथा विजयवाडाराजमहेन्द्री लाइन है।
आदिनाथजी जैन मंदिर, पेदे पीरम् वाया भीमावरम् (जि. पश्चिम गोदावरी) पिन . ५३४ २०२ फोन - एस.टी.डी. (०८८१६) ३६३२
( ८. श्री राजमहेन्द्री (राजमुंद्री) तीर्थ
Shayrannyas
श्री वासुपूज्यजी
मूलनायक श्रीदासुपूज्य स्वामी
राजमहेन्द्री जैन मंदिरजी
मूलनायक श्री वासुपूज्य स्वापी
मंदिर प्रतिष्ठा वि. सं. १९९८ माह सुद १४ को हुई है। यति श्री राजविजयजी ने प्रतिष्ठा की है। पहले घर मंदिर था अब शिखरबंधी मंदिर है।
७५० घर है। उपाश्रय, आयंबिल खाता है। रावण की पत्नी मंदोदरी का यह पिहर कहलाता है। प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर प्रदेश है। जि. ईस्ट गोदावरी जिन-५३३१०१
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