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सुलतान बाजार जैन मंदिरजी हैदराबाद
श्रीअन्तितनाथ भगवान
मूलनायक श्री अजितनाथजी-सुलतानबाजार
आव्यो आव्यो हे प्रभुजी प्यारा तुम दर्शनने काज । फाव्यो फाव्यो हे प्रभुजी प्यारा तुम दर्शनथी आज । विजया मातानो तुं जायो, त्रण भुवन शिरताज; जिनशत्रु जितशत्रु नंदन, भव तारक तुं जहाज आव्यो । १ कल्पतरु तुहि तुहि चिंतामणि, अजितनाथ जिनराज, हाथी जेवी चाल तमारी, तुम चरणे गजराज । आव्यो...२ तुं ब्रह्मा तुहिं विष्णु बुद्ध, तुहिं शंकर महाराज, तुहिं भ्राता तुहिं माता पिता, तुंहिं शरण मुनिराज । आव्यो..३ चेलामां प्रभु आप बीराजो, तुम सेवक सुरराज; समरथ स्वामी आप मल्या तो, रहेशे अमारी लाज। आव्यो..४ श्री वीर सेवा मंडल गावे, लेवा शान्ति राज; गुरु कर्पूर सूरि अमृत मागे, शाश्वत शिवपुर राज । आव्यो...५
श्रीपाश्वनाथ भगवान
मूलनायक श्री पार्श्वनाथजी-सुलतानबाजार
हैदराबाद - शाहूकारी कारखान मूलनायक श्री गोडी पार्श्वनाथजी हैदराबाद सबसे प्राचीन यह मंदिर है। वि.सं. १५०० के आरस के ९ प्रतिमाजी है। यह मंदिर भी बेगम बाजार का मंदिर बनानेवाले ओसवालभाईयों ने बनाया है। यहीं थोड़ी दूर दादावाड़ी है।
कारवान जैन मंदिर जाहेदराबाद
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