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मुंबई नगरी
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दोरीवली वेस्ट-जामलीगली मूलनायक श्री संभवनाथजी
जामली गली में यह भव्य जिनमंदिर है जिसकी प्रतिष्ठा सं. २०११ वैशाख सुद७ को मोहनलालजी म. के शिष्य पू. श्री गुलाबमुनिजी म. तथा पू. आ. श्री विजयवल्लभ सू. म. के शिष्य पू. मु. श्री पूर्णानंद विजयजी म. के द्वारा
यह जमीन सेठ श्रेष्टिवर्य की तरफ से भेंट मिलीथी उसके उपर श्री संघ द्वारा जिनमंदिर बनवाया गया है। पास में २ मंजिल का विशाल उपाश्रय, आयंबिलशाला आदि है। पिन- ४०००९२, फोन नं.८०५३३५७
चंदावरकर लाईन, म्यु. गार्डन के पास श्री महावीर स्वामी का भव्य मंदिर है जिसकी अंजनशलाका प्रतिष्ठा सं. २०४५ मगशिर सुदी२ को पू. आ. श्री विजय रामचंद्र सूरीश्वरजी महाराज के द्वारा हुई है उपाश्रय, आयंबिलशाला है मंडपेश्वर रोड पर श्री आदिश्वर प्रभुजी का भव्य मंदिर है दूसरा घर मंदिर है।
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मूलनायक श्री संभवनाथजी - जामलीगली
३. श्री मलाड़ तीर्थ
मलाड ईस्ट - रत्नपुरी मूलनायक श्री अजितनाथजी
रत्नपरी गोशाला लाईन (डायमंड बाजार) दफ्तरी रोड़ पर यह मंदिर जवेरी केशरीचंद बालुभाई सुरत वाले ने बंधवाई है। उनका घर मंदिर श्री धर्मनाथजी का दफ्तरी रोड़ पर ६० वर्ष से था वह प्रतिमाजी यहां लाये हैं। ३९ ईंच के मूलनायक श्री अजितनाथजी तारंगाजी के पास दांता गांव के पास में निकले और दाता मंदिर में रखे वह वहां के संघ ने यहां दिए हैं।
इन प्रतिमाजी की अंजनशलाका सं. १४९६ में पू. आ. श्री सोमसुंदर सूरीश्वरजी महाराज के द्वारा हुई है। प्रतिमाजी प्रभाविक है और मंदिर भी भव्य है।
श्री रत्नपुरी जैन मंदिरजी- मलाड