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________________ ४६६) 樂樂樂樂樂樂樂樂樂樂樂味 अजमेर जिला अजमेर 11001000000 9. श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन : भाग-१ मूलनायक श्री पार्श्वनाथजी ( दादावाडी ) यह प्राचीन देरासर श्री पार्श्वनाथजी का ८०० साल पूराना है। पहाड़ो की गोद में ८०० साल पहले पू.आ. श्री जिनदत्त सू. म. तपस्या कर रहे थे और जीस जगा पर उनके अग्नि संस्कार हुआ उसी जगा पर यह तीर्थ बना है । विशाल धर्मशाला और भोजनशाला बनी हुई है । यहाँ पू. वासुपूज्य स्वामी का संगेमरमरका शिखरबंध मंदिर भी तैयार हो रहा है । यहाँ लाखन कोठरी में तीन मंदिर है । १ श्री संभवनाथजी जिन मंदिर । २ श्री गोड़ी पार्श्वनाथजी मंदिर । ३ श्री चंद्रप्रभुजी घर देरासर । ४ श्री आदीनाथ मंदिर, विलास जवाहर अस्पताल मार्ग । ५ श्री पार्श्वनाथजी जिनमंदिर और दादावाडी विजयनगर निकट । ६ श्री वासुपूज्य स्वामी मंदिर ठिकाना वीर लेटका शाहनगर पुष्कर रोड अजमेर में श्री गुमनेमलजी लुणीया आगेवान कार्यकर्ता है। फोन : २२४४४ ← मूलनायक श्री शांतिनाथजी अजमेर जैन देरासरजी || 來來來來來來來來來來來來來來來來來來來來來來 樂樂樂樂樂樂樂樂樂樂樂樂敏敏敏樂樂樂大麻
SR No.002430
Book TitleShwetambar Jain Tirth Darshan Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendrasuri
PublisherHarshpushpamrut Jain Granthmala
Publication Year1999
Total Pages548
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size114 MB
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