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मूलनायक श्री विमलनाथजी
देसुरी जैन देरासरजी
१५. देसुरी
श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन भाग-१
दीवानीम COESRERABA
दूसरे देरासरजी के मूलनायक श्री शांतिनाथजी
मूलनायक श्री विमलनाथजी
श्री विमलनाथजी का देरासरजी नया है ।
शांतिनाथजीका जिनमंदिर करीब ९०० साल पूराना है । ३ मूलनायक प्राचीन संप्रति राजा के समय का है । जैनों के करीब २८० घर है। कुल चार देरासरजी है। विमलनाथजी के पहले बाहर देरी में श्री चिंतामणी पार्श्वनाथजी मूलनायक थे जो बहुत चमत्कारिक है तिसरा श्री संभवनाथजी का देरासरजी है। चौथा श्री आदीनाथजी का देरासरजी है। भोजनशाला है ।
जे प्रभुना अवतारथी अवनिमां शांति बधे व्यापती, जे प्रभुनी सुप्रसन्न ने अमीभरी, दृष्टि दुःखो कापती; जे प्रभुए चरयौवने व्रत ग्रही, त्यागी बधी अंगना, ते तारक जिनदेवना चरणमां होजो सदा वंदना.