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श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन : भाग-१ SOOOOOO
२२. शंखलपुर
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मूलनायक श्री शान्तिनाथजी
भोयरा में श्री नवखंडा पार्श्वनाथजी
मूलनायक श्री शान्तिनाथजी हाल के देरासर को २५० वर्ष होने का कहा जाता है ।अंखड दीपक चालू है।यहाँ पर प्राचीन मंदिर था। जिसमे, संप्रति महाराजा के समय की नवखंडा पार्श्वनाथ भगवान की प्रतिमाजी थी। जो हाल के नीचे भोयरा में विराजमान है ।पद्मासन वाली भव्य प्रतिमाजी है ।अन्तिम जीर्णो द्वार वि.सं.१९०५ जेठ वदी-८ लिखा है।
यह ग्राम प्राचीन नगरी थी ।वर्तमान में बहुयराजी के रूप में भी जाना जाता है ।जैनों के २० घर है। समीप में रांतेज भोयणी वि.तीर्थ है। बिहार का रास्ता है। बहुचराजी से १ कि.मी. है।
शंखलपुर जैन मंदिर