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- - - १७. ढीमा
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श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन : भाग-१ - - - --
ढीमा तीर्थ जैन मंदिर
-मूलनायक श्री पार्श्वनाथजी
मूलनायक - श्री पार्श्वनाथजी यह मंदिर अति प्राचीन १५०० वर्ष प्राचीन हैं। प्रथम कुमारपाल महाराज के समय में जीर्णोद्धार हुआ था।
द्वितीय जीर्णोद्धार वि. सं. १९८७ में हुआ।
गर्भगृह में भोयरा हैं उसके उपर अगर की लकड़ी उपर निर्माण कार्य हुआ हैं। तारंगा के बराबर ही निर्माणकार्य यहाँ पर हैं। प्राचीन समय में यह एक नगरी होगी। अत्यन्त प्राचीन लेख हैं। परन्तु पढ़ने में आता हो ऐसा नही हैं।
मंदिर के चारों और वरंडा हैं। उपाश्रय हैं डीसा से बस कार मिलती हैं।
१८. भोरोल तीर्थ
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भोरोलतीर्थ जैन मंदिरजी
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