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मूलनायक श्री शामला पार्श्वनाथजी
१३. जैनाबाद
दसाहा जैन मंदिर
मूलनायक श्री शामला पार्श्वनाथजी
संप्रति राजा के समय की प्राचीन पद्मासन की प्रतिमाजी श्याम वर्ण की है । १५० वर्ष पूर्व का मंदिर है। जीर्णोद्धार वि.सं. २०४० में हुआ है। जैनो का एक घर है। पाटडी दसाडा रोड के बीच के रोड पर गाँव है।
१४. दसाडा
श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन : भाग-१
जैनाबाद जैन मंदिर
मूलनायक श्रीशान्तिनाथजी
पेढ़ी- सेठ जीवणदास गोडीदास
२०० वर्ष पूर्व का मंदिर है। मूलनायक के बाजु में संप्रति महाराज द्वारा भराई हुई पार्श्वनाथ प्रभु की प्रतिमाजी जमीन में से मिली है।
जैनो के १५ घर है । शंखेश्वर, उपरियालाजी, वडगाव तीर्थ समीप में
है। शंखेश्वर से वीरमगाम तथा सुरेन्द्र नगर रोड का केन्द्र है।
प्रभुजन्म सुणी हरखाती, छप्पन कुमारी गीत गाती चोसठ इन्द्र पधारे हो मरकी रोग मिटाव्यो आपे नाम शान्तिनार्थ स्थापे, शान्ति शान्तिना दातार हो... रटना
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रटना