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रोहिअंसा हरी हरीकंता सीधा सीोदा नरमो. कंता नारिकांता सुवरणकूला रूप्पकूला रता रत्तवइ॥
___ समवायांग सूत्र, समवाय १४ वां तत्वार्थ सू० अ० ३ सू० १५ से इस पाठ का सम्बन्ध है।
पउमद्दहपुंडरी यह हाय दस दस जोयणसयाई आयामेणं पण्णत्ता ॥
___समवायांग सूत्र, सू० ११३ । तत्वार्थ सूत्र अ० ३ सू० १८ से इस पाठ का सम्बन्ध है ।
महापउममहापुंडरीयदहाणं दो दो जोयण सहस्साइं पाया मेणं पण्णत्ता-- समवायांग सूत्र-सू० ११५ । तिगिच्छि केसरी दहाणं चत्तारि चत्तारि जोयण सहस्साइं पायामेणं परणत्ताइं ॥ समवायांग सूत्र. सू० ११७ ॥ तत्वाथे सूत्र अ० ३ सू० २० से इस पाठ का सम्बन्ध है।
तस्स उणं पउमद्दहस्स परथिमिल्लेणं तोर