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करप्पभा वालुयप्पभा पंकप्पभा धूमप्पभा तमा
मतमा ।
ठाणांग सूत्र, ठाणा ७
'निम्नलिखित पाठ पहिला अध्याय पृष्ठ २८ की अंतिम पंक्तियों के साथ सम्बन्ध रखता है ।
विसेसिया मइ मइ नाणंच । मइ अन्नाणं च ॥ विसेसिया सम्मद्दिस्सि मई । मइ नाणं । मिच्छादिट्ठिस्स | मइ मइ अन्नाणं अविसेसि सुयं सुयनाणं च सुय अन्नाणं च विसेसिश्रं सुयं सम्मद्दिद्विस्स सुयं नाणं मिच्छाहिद्विस्स सुयं सुय अन्नाणं ॥
नन्दिसूत्र सूत्र २५ ॥
निम्नलिखित पाठ अध्याय २ सूत्र ५३ पृ० ५७ से सम्बन्ध रखता है ।
नेरइयाणं भंते ! कइया भागावसेसाज्या परभविप्राउयं पकति ? गोयमा ! नियमा छम्मासा