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दूरे करणं दूरे पाहणं
दूरे करणं दूरे पाहणं दूरेजाव जरा परावइ न
दूरेता अन्नत्तं गुणस दूरे सहणं दंसणमच्च्छ दूरोसारिय वइरो वयरसेणदूर्वा (दुब्बा) कुसतृणवध्वपय दूसइ अव्वावाहं इय जह दूसमकाले दुलहो, विहि दूसमकाले दुलो विहिमग्गो (सं.प्र.) समकाले हो समकाल
दूसमदंडे लोए सुदुक्खदूसमदोसा जीवो, जं
दूसमसमया दुडा मम दूसमसुसम चडत्थो इग
दूमसुसमा दूसमहुंडवसप्पिणि भासग्ग
दूसर सूसर सायासाएगयर दूसहदुहसंताचं ताव उ
इस जेहि इमं ते देवस्स लभतस्स व
देवस्स हिखादी अम्मासा देति तओ अनुसाई संविग्गो देति फलं विज्जाओ देइतओ मुट्ठीओ अक्खाणं देइ विसेसेणेसिं तप्परिवार - देई तस्सेवोक्किg - विरियदेई लहु मुक्खफलं
देउ रप्फेसुं अहिहरं, देवा दव्वं मंडल गोउलाई देवंग पट्टसूय देवदूसउ
देवं गुरुं च धम्मं
देवं गुरुं च धम्मं च
देवं गुरुं च वंदित्ता, देवइ कण्णचला तह नीली देवइ य रोहिणी ऊ देव इह सव्वसारं किमणेणं
देवकी बलदेवो, सुलसा
देवकुरा उत्तरकुर देवकुराए गिरिणो, देवकुराओ उत्तरदेवकुरुपती, पंच
देवकुरुपच्छिमद्धे, गरुडादेवगतयगी
(षष्टि.) १२७ (द्वा.कु.) २०१४
(स.सू.) १०६
(उ.कु. २) १३
(ग.सा.) ३५ (ज.पा.) १३०
द
देवगइसहगयाओ, दुचरम देवगईए जोगं बंधती
देवगई ओहिसमा
| देवगई ओहिसमा देवगईजोग्गो वि देवगई पंचिदियजाई
देवगई वि य वोच्छं देवगतिदेवमणुपुथ्वी देवगिरी हेमच्छू सवादसी
( अ.प.) ७४ (दं.प.) १०४ ४१३ (तिगा) ९२३ (ति.गा) ९९८ ( षष्ठि.) १३३ (चे.म.) ८३१ (डुता.) १८ (वि.सा.) ३३
देवगुणपरित्राणा तव्यावाणु देवगुरुधम्मकिरिअ देवगुरुधम्मतत्ते, जत्थ देवगुरुधम्मतत्ते विन्नाए देवगुरुपियरससुराइएसु देवगुरुमुहपलोअणइच्छाए (ति.गा) १०२४ देव - गुरु-वहि-गोधण(वि.सा.) ५०३ देवग्गठवियकलसो जा देवच्छंदि त्ति तहा,
| देव-जयंतीण सुओ
देवडवीसे जिणजुअ
देवड्ढि खमासमणजा देवत्तं से भावंतरं ति देवत्तणम्मि देवा, | देवत्तणम्मि देवा
देवत्तणम्मि देवा, देवत्तणम्मि बहुसो देवत्तणम्मि बहुसो देवत्त माणुसत्तं
| देवते मणुअते, पराभिओ देवते वि य पत्ते, केलिए
(क-२) २२
(जी.प्र.) २९. (स.स.) २८ (वि.ण.) २०० (ध.सं.) ७३७ (प्रत्या) २४१ (चं. प.) १८ (पंच.) ९६३ (प्रत्या.) २६० (श.भा.) ९९७
(स.स.) ५६
(दे.ना.) ५७
(भू.शु.) ३८ (मू.शु.) ३०
(विवे.) ४ (दं.प.) १५५ (श्री.दि.) २२५ (गणि) २९३ (आरा. १) ८२७ (उ.प.) ३३४ (र.सं.) २७
देवत्ते विहु पत्ते,
देवदुगं धिरसुभगं देवदुर्ग नरयदुर्ग बिउव्विति देवदुगं मणुयदुर्ग देवदुग पणसरीरं देवदुगस्स सुभत्ता उकिट्ट देवदुगाहारदुगे वेठव्विदुगंदेवदुगे उबलिए तत्तो ( दी. प.) ६३ | देवद्रव्येण या वृद्धि-गुरुद्र(बृ.क्षे.) २६९ देव नर अहिअ लक्ख (न.मा.) ११।१२ देव नर अहिय लक् (बृ.क्षे.) २४८ देवनरतिरियनारयचउगइ(यू.क्षे.) ३०० देवनिरवाडगाणं जहनजे (श.भा.) २७७ देवनिया उगाणं जोग
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(क-६) ८३ (श.भा.) २८१
(पं.सं.) ३३८
(कर्म) ४१७ (श.भा.) २९३
(स.सा.) ३४ (भ.भा.) ३२६ (कर्म.) २५६ (द्र.प.) ५९ (सं.प्र.) २०३
(साधु) ४३ (उ.चि.) ४६
(र.कु.) ३ (शी.उ.) १०४ (प्र.प.) १४०
( वा.सा.) ११२ (प्र.सा.) १५५४ (स्था.) १७ (ध.मा.) १०८ (क.सं.) ५८
(आ.अ.) १४ (ध.सं.) ८६८ (आरा,३७६
(नं.अं.) १६
(आव. २) ५ (आरा. ३) १८०
(आउ. २) ६ (चं.प.) १६२ (वै.श.) ६२ (खा.कु.) २७ (च.क्ष.) २९
(श.भा.) ३३७ (सा.भा.) १३ (श.भा.) ५४६
(क. प्रा. २) ४९ (श.भा.) ६३२ (श.भा.) ५६१ (स.सा.) ६३
( श्रा. दि.) १३३ (र.सं.) १६ (दंड) ९ (वि.मं.) ७४
(कर्म.) ३०७ (कर्म) ४५०
देवाण नारयाण य दव्वसा (पं.सं.) ७३० आहार (पं.सं.) १७३ (क.सं.) ६९
| देवनिरयापानं जनदेवनिया
देवपरितवायर
देवप्पसाएण य को देवभवादेसदुगे
देवयकंदण सच्चाहिताण देवयजइमाईसु वि एसो देवयजोइयपिडिया गलंत | देवयसत्तमि २३ नागाण देवयहरम्मि देवा विसयदेवसिए परिक्रमणे, देवसिय चाठमासिय
देवसिया पडिलेहा जं देवसियाहोरत्तिय रत्तिय
देवस्सं नाणदव्वं तु, देवस्सपरीभोगो अणेगजम्मेसु देवस्स सुअण उट्ठाण, देवसिणिपुणपुस्सा, देवहं देवु सु जगि जयउ | देवहरयम्मि देवा देवहरयम्मि देवा विसयदेवहरयम्मि देवा, विसयदेवहरयम्मि देवा, विसय
"
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देवा असंख नर तिरि | देवा 55इ दव्य णासे, देवाइदव्यभक्खण-तप्परा देवाउपमतो जं वुतं देवाङमप्पमत्तो एमाईएन देवाउमण्यमत्तो तिव्वं
| देवाउयं पमत्तो आहारगमप्प - |देवागमादियं चैव विसेस देवाणं ओरालाहारदुगं | देवाणं देवीणं इहलोगदेवाणं देवीणं, च | देवाणं पणवीस्ख छवीसि देवाणं पवियारो सरूव
देवाणं पिय मज्झे देवानं सव्वे विहु देवाण गुरूणं पिय देवान तीसबंधे संता | देवाण देवलोए जं सुक्खं
देवाण नारगाणं ते
देवान नारयाण य
देवाण नारयाण य, दव्वलेसा
(न.मा.) २।४१ (क.सं.) ७३
(उ. प.) ७४६ (पंच.) ६०८
(उ. प.) ५८७
(मि. स्था.) १० (सं.प्र.) ८६
(स.शा.) १५४
(प्र.सा.) १८६
(पंच.) २५६ (प.च.) १८
(व्य. कु.) २९ (पंचा.) ३५३.
(मि. स्था.) १४ (दि. शु.) १०० (ज्ञा.कु.) १
(उ. प.) ४११ (सु.सि.) ३५ (दं.प.) ५३
(श्रा. दि.) १२४
(बृ.सं.) ३१३
(द्र.स.) २६
(सं.प्र.) ४५५
(श.भा.) ४१४
(श.भा.) ५६८
(क.प्रा.५) ७७
(क. प्रा. ५) ६५ (धा.सं.) ५०४
(मा.ब.) ३१
(आरा. ३) ११०
(दे.प्र) ३४५ (स.सा.) ९१
(प्र.सा.) ६३
(खाम) ६ (पं.सं.) ९२१ (मि. स्था.) १ (स.भा.) १७८ (उव.) २७८
(श.भा.) ५९८
(जी. स.) ७४ (त्रै. दी.) ४०५