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तत्थ पुण बिसेसगुणा
तत्थ पुण विसेसगुणा
तत्थ पुण संठिताणं आणा
तत्थ पुणो पत्तेयं साई
तत्थप्पं पुण विरियं तत्थप्पभावमग्गो साहिज्जइ तत्थ भगो उम्मेओ
तत्थ भवे जइ एवं,
तत्थ मए सहमाणं
तत्थ मए सुमाणं तत्थ मणुयाण अट्ठवि
तत्थ य अंका दाहिणहुंता तत्थ व अभयपयाणं तत्थ य इमे विसेसा आगमतत्थ य किर मोहआउयतत्थ य खमणो रमणो . तत्थ य गयदंताणं तत्थ य चितइ संजमतत्थ य जत्थेव सिया संदेहो
तत्थ य जिण आणा,
तत्थ य जिणपडिसिद्ध तत्थ य जिणिदसमणातत्थ य जो निरवज्जो,
तत्थ य नामविभत्ती
तत्थ य निरयणविनिओतत्थ य पज्जेगिदियपाओगा तत्थ य पढमं ठवणं तत्थ य पढमं देवो अट्ठारस
(सा.उ.) १७ (पंचा.) ५११
तत्थ य परंपराए, सव्वेसिं तत्थ य परिमासेसा मंदमइतत्थ य पुण्णबलेण तत्थ य पुव्वगयम्मि पढमे तत्थ य मइदुब्बलेणं
तत्थ य मइदोब्बलेणं, तत्थ य विग्धिवणागुवसंतए तत्थ य सम्मदिट्ठी पायं तत्थ य साहुपसाओ नेयव्य तत्थ य सिद्धा पंचमगईए तत्थ य सुरनेरइया उरलतत्थ य हासरईधीमाई अंत
(श.भा.) ५०९
(श.भा.) ९७० (सं.प्र.) ६ (चे.म.) २८८ (गु.त.) १।११७ ( आरा. १) ३५८
(प.आ.) १२९
तत्थ य णावयारो तत्थ य तिरयण विणितत्थ व दसन्नकूडो गयग्गतत्थ य दुविहा विरई देसे तत्थं य धरे हियए, जहकर्म (प्र.स.) ७
१५४२
(स.सा.) ७६ (सू.प्र.) ३३
(हि.ज.) ४४ (सं.प्र.)
(श.भा.) ७९८
तत्थ वि एवं बुज्झसु तत्थ वि किंचिनिमित्तं
(प्र.प.) १०३ (न.मा.) ११।११ तत्थ वि केई तित्था, (प्र.स.) २९ तत्थ विठि पणरागदोस(उ. वि. १) २० तत्थ वि गंठी घणराग (स.शा.) २८३ तत्थ विच्छिन्नसंसारतत्थवि जं लोउत्तर- मागातत्थ वि जमणाभोगं तत्थ वि जमणारंभं तत्थ वि तुमं मज्झसु तत्थ वि तुमं विभावसु तत्थ वि ते घोडहए रमंत तत्थ विदुक्खं मुक्खे तत्थ वि नेरइयाणं
(स.शा.) १६६ (हि.उ.) ११९
(स.शा.) २६२
(प्र.प.) १५८ ( ध्या. श. ) ६१ (उ.प.) २०९ (सं.प्र.) १५४९
(वि.वि.) ५ | तत्थ विनेयाणं
तत्थवनुमोअणा खलु
तत्थ ववहारपणगं नाऊणं तत्थ वसंताणं कह ? अव्या तत्थ विअ अभिणिवेसी, तत्थ वि अ जो तओ वि तत्थ वि अ धम्मझाणं तत्थ विअ बीअवप्पो
त तत्थरवी दस जोयण, असीइ (बृ.सं.) ५० तत्थरिहंतेऽङ्गारस, दोस (न.प.) १० (स.श.) ६० (सं.प्र.) १५१४ (उ.प.) ६१४ (व्या. वि.) ९२ (पंच.) ४८१ (पंच.) २१६ (स.र.) ७ (पंच.) १९५८ ४१५ (प.वि.) ६५
तत्य वि अ साहुदंसणतत्थ वि अहिअं गब्भावहार - (प्र.प. )
तत्थ वि इगस्स गुरुणो,
तत्थ वि एगो विउलं
(प्र.प.) ७९२ (जी.अ.) २४८ (प्र.प.) ७०५ (व्या. वि.) ७८ (सम्. ४) ४ (सम्य.) ४ (ध.३.१)१२ (व्या. वि.) ५४ (व्या.वि.) ८० (प्र.प.) १८२ (जी.अ.)३० (जी.अ.) १२१ (धूर्ता.) १०५ (प्र.प.) ७८२ (आरा. १) ३५१ (प.आ.) १२२ (भ.भा.) १५६
(स्था.) ४७
૧૮૧
(सं.प्र.) १३७५ | तत्थ वि पडंतपव्वयसिला(श.भा.) २८२
तत्थ वि पुत्थयपुरओ,
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(जी.अ.) १३ (सं.प्र.) १२ (पौष) १७ (बृ.व.) १९ (न.मा.) १८८ ( द्वा.प्र.) १० (सं.प्र.) १३५८ (ध्या.श.)४७ (श. भा. ) ५ (भ.भा.) १६८ (गु.श.) ५२ (न.भा.) ११२ (श.भा.) ६३७
तत्थ वि पुव्वकमेणं तत्थ वि बहुसुहकम्मोदएण तत्थ वि बोही जिणदेसि - तत्थ वि महद्दहत्थि अकुम्म - तत्थ वि य अत्थि सुहुमा तत्थ वि य केइ गब्भे, तत्थ वि य केइ गब्भे | तत्थ वि य ते अभे (वे) दा | तत्थ वि यथोवबहु तत्यवि यदुब्बिणीयं | तत्थ वि य देवदत्ता
तत्थ व य महीसिचल
तत्थ-ऽवि य साहु-दंसण- (स्त) ४९ (श.भा.) ६०१ तत्थ वि य साहुदंसणभाव - (पंचा.) ३४०
तत्थावलियपविद्वा, वहा तत्थावायं दुविहं सपक्खसत्थाहारसरीय बंभव्वावार तत्थुक्किट्ठा सव्वे एगसहावा तत्थुक्कोसणुक्कोसो | तत्थुक्कोसो सायाइखवगे तत्थुग्गमो पसूई पभवो तत्थुग्गमो पसूई पभवो तत्थुग्गयम्मि सूरे सूरुदयाओ तत्थुज्जाणगिहम्मी णाणा
(ध.कु.) २०
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तत्थुदए वि अ जोगातत्थुप्यत्रो से बलवंतो
(जी. प्र. ) ८१ (ति.गा) १२५४ तत्थुववज्जइ देवो कोमल(पं.वि.) ८४ | तत्थुवहाणपइट्ठा परूविआ (भ.भा.) ३९३ तत्थुसभवद्धमाणयचंदाणण(न.मा.) ७/४ तत्थेक्वेक्वे थंभे (प.सं.) १०९१ तत्थेगयरच्याओ सीकारो तत्थेगबिहाई बंधाणेस तत्थेगो दुगजोगो
तत्थ वि राया सूरी तत्थ वि राया सूरी
तत्थ वि संतिक्कक्खरलोवी तत्थवि सणं कुमारं, तत्थ वि सम्माद्द्द्विीण, सायरं तत्थ वि सुसावयकुलं,
तत्थ समाणरसा जे परमाणू तत्थ सरखत्थु तिविहो,
तत्थ सिवसाहणाणं तत्थ सिवे जे पत्ता तत्थ सुइणा दुहा वि हु
तत्थ सुदुत्तरभवजलहि
तत्थ सुरासुरणायरमणुअचतत्थ सुविज्जो य इमो तत्थहिगारी अत्थी, समत्थओ तत्थाऽइइअद्धाए सिद्धो
तत्थाइमं च इत्थीजिणपूअ
तत्थाउक्कस्स त्ति गाहाए तत्थागमो विसिदूं, तत्थाणंता उ चरित्तपज्जवा तत्थाणंतेहितो, सुत्तेणं तत्थाभव्वादीणं गंठिगसतत्थाभिसंगो खलु रागो तत्थायन्नणजाणणगिण्हणतत्थायारो रोविय
(स.प्र.) २६ ( द्वा.कु.) ७ ३ (पव्व.) २ (उ.च. १) ३ (ध.सं.) १२८६
तत्थेगो दुगजोगो
(प्र.प.) २०
(प्र.प.) ८०८ (प.द.) ३१
(बृ.सं.) १६७ (मि. स्था.) २५
(उ.चि.) ४४
(श.भा.) ४६०
(ज.पा.) २६६
(उ.च. २) २०
(आय. १) २५३ (पंचा.) १५३
(श.भा.) १४
( धूर्ता.) १२३ (वि.वि) २७०
( श्रा. घ.) ४
(ज. प्र. ) १५ (औ.) ३
(श.भा.) ८७३
(गु.त.) २२५ (गु.त.) १।१३५
(पु.ष.) १६
(उ. प.) २५६ (गो.श.) ५९ (ध.र.) ३४
(श्रुत.) ५
(दे.प्र) ३१३
(पंच.) ४०७
(सं.प्र.) १२४१ (वि.वि.) १३०
(श.भा.) ५०२
(श.भा.) ५१७
(पंचा.) ५९८ (पंच.) ७४०
(प्रत्या. ) ५० (धूर्ता.) ४
(श.भा.) ७०३
(धूर्ता.) ७५ (भ.भा.) ३५१
(प्र.प.) ९५८
(नं. स्त.) १७
(न.मा.) ४/५
(प्र.प.) ७८५ (श.भा.) २३७
(वि.वि.) ११५