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जंपतेणं तइया भासा
जंबुनिसहंत मीसे, जंपतेणं तइया भासा- (आरा.३) ३३ जंपि हु पुव्वसूरीहिं (जी.अ.) २५ जं पुण लोए रूढं कत्थ (पा.वि.)५ जं पइ केई समनामा (ग.सा.) ५७ जं पुण अपत्तदाणे पावं (य.स.) ८० जं पुण लोगविरुद्धं, (चे.म.) ७० जंपइ भेअणिमित्तं, (गु.त.) २।९९ जं पुण अप्परिसुद्धं मिम्मय- (पंच.) १६०७ जं पुण वंदइ किरिया- (चे.म.) ५३८ जं पइ मम त्ति जंपइ, (उ.चि.) १०१ जं पुण अब्भासरसा सुयं (सं.प्र.) २३७ जं पुण वायाए च्चिय (आ.शा.)४० जं पच्चक्खइ तं चिय (प्रत्या.) १३८ जं पुण अब्भासरसा, सुयं (चे.म.) ८९२ जं पुण वीसदिणेहिं (प्र.प.) ६०३ जं पच्चक्खग्गहणं ण (स.सू.) ८२ जं पुण अभिसंधीओ (ध.सं.) ७८६ जं पुण सग्गुणवियलऽन्न- (मि.स्था.)३ जं पडिवन्नं परि,-पालियं (न.प.) ८७ जं पुण असरीराणं, अंगो- (चे.म.) ७७ जं पुण सुगुरुसमीवे (गु.श.) ४२ जं पडिवन्ना दमगा, (न.प.) ८९ जं पुण असुहं कम्म, (आ.बो) १४ जं पुण सुणिकंपं, (ध्या.श.)७९ जं पढमं जावंतिय पासंड- (पिं.वि.)३७ जं पुण इत्तो अण्णं (स.श.) ६४ जं पुण सुत्ते भणियं, (चे.म.) ४१४ जं पढमगम्मि मासे (प्र.सा.) १५६९ जं पुण एअविउत्तं एगतेणेव- (पंच.) ११४७ जं पुण सुनिप्पकंपं (सं.प्र.) १३९३ जंपति य वीयरागो य (ध.सं.) १२९१ "जं पुण एअ-वियुत्तं (स्त.) ३८ जंपूआइऽवसाणे आरंभा- (प्र.प.) ९३६ जं परउवघायकरं पडिकुटुं (दा.मा.) ६६ जंपुण एयविउत्तं एगंतेणेव (पंचा.) २५३ जं बज्झइ त्ति भणियं (वि.ण.) ७५ जं परघरपेसणकारएहिं (जी.प्र.) ७० जं पुण कंचणमणि- (प्र.प.) १९८ जं बद्धं पि न चिट्ठइ, वारि- (आ.कु.)९ जं परिणामो किट्ठो (क.प्रा.१) ४३ जं पुण कत्थ वि पुत्थय- (प्र.प.) ३९६ जं बद्धमसंखिज्जाहिं असुहं (गाथा.) ४४४ जं पवयण-पडिसिद्धं, (स.शा.) २८४ जं पुण कत्थ वि लिंगी (प्र.प.) ८५८ जं बहुगीयत्थेहिं आइन्नं (सं.प्र.) १५४८ जं पायवो व्व उद्धट्ठिओ (आरा.२)९२३ जं पुण कत्थ वि सावयदाणे (प्र.प.) ३०२ जं बहुगुणं पयाणं (पंचा.) ३३१ जं पालंताण मुणीसराण, (न.प.) ९० जं पुण कुवक्खिआणं (प्र.प.) ८२० जं बहु-गुणं पयाणं, (स्त.) १५९ जं पालियरज्जसिरिं, मन्नइ (उ.चि.) २३४ जं पुण कोहाइवसो (प्रत्या.) ३४ जं बहुगुणं पयाणं तं (पंच.) १२६८ जं पासइत्थ भणियं (वि.ण.) १७४ जं पुण गाढ निकायण, (त्रै.दी.) ४४८ जंबालत्तुतकुंपली (प्रा.सं.) २७ जं पासेण य भणियं (प्र.प.) ९०९ जं पुण गाढ निकायण, (बृ.सं.) ३३४ जं बीअं चारित्तं एसा (पंच.) ६२५ जं पि अ कत्थ वि गुरुणो (प.वि.) ३३ जं पुण जलहिदहेसुं (प्र.सा.) ११०१ जंबुं पभवं सेञ्जभवं (ध.मा.) ११४ जं पि अनिवपरिसाए (प्र.प.) ३६२ जं पुण जलोयमोयणकिमि- (द्वा.प्र.) ८ जंबुदीवाउ असंखेज्जइमा (प्र.सा.) १३९८ जं पि अ भणसि गुणागर (धूर्ता.) ५८ जं पुण जहुत्तकिरिआ (प्र.प.) ८६३ जंबुदीवो धायइ, पुक्खर- (त्रै.दी.) ८७ जंपिअ समए भणिअं (मु.कु.) १४ जं पुण जिणेसरेणं (प्र.प.) ३५९ जंबुद्दीव चउतीस वंदिमो (स.म.) ८ जं पि अहरुत्तरेणं (जी.अ.)५० जं पुण जेहिं पइ8 (प्र.प.) ३९९ जंबुद्दीवड्ढाइयदीवसमुद्दाण (सि.सा.)२ जंपि कुणंतो जीवो (शो.कु.)२० जं पुण णिज्जीवं चिय (वि.ण.) २८१ जंबुद्दीवपमाणंगुलिजोअण- (ल.क्षे.) १२ जं पिच्छउं इंदियमुहिहिं, (ज्ञा.कु.)७८ जं पुण णिरभिस्संगं (पंचा.) १८२ जंबुद्दीवपमाणा चउरो (सू.सा) १२५ जं पिच्छसि जियलोए, (पु.मा.) ३१८ जं पुण तं इहभवियं (अ.प.) १३४ जंबुद्दीवपरिरये तिगुणे (जो.प.) ३२० जं पिच्छसि जियलोए (आरा.१)६६९ जं पुण तिकालविसयं (ध.सं.) ८२४ जंबुद्दीव समा खलु, (त्रै.दी.) ५६ जं पिच्छह अच्छेरं, तह. (पु.मा.) ३० जं पुण देहं सयणं (च.प.) १८ जंबुद्दीवसमा खलु, भवणा (त्रै.दी.) ३९ जंपिज्जइ पिअवयण्णं, (उ.को.) १८ जं पुण न या लभिज्जा (य.स.) १५६ जंबुद्दीवस्स ७ तहा नरखित्ते (सि.सा.)५ जंपिज्जइ पियवयणं किज्जइ (र.सं.) १०१ जं पुण नासेइ तयं न (ध.सं.) १०१ जंबुद्दीवस्स भवे बहुमज्ञ
जबुद्दीवस्स भव बहुमण्श (जा
(जो.प.) १९७ जं पि मयं णारंभो . (ध.प.) ७८ जं पुण पंचमिदिवसे (प्र.प.) ५७८ जंबुद्दीवाईया, सयंभुरयणाय- (बृ.क्षे.) २ जं पि य इमं सरीरं (आरा.१)५५१ जं पुण पच्छा इरिआ (ई.प.) १४ जंबुद्दीवाहिवई, अणा- (दी.प.) १५१ जं पि य इमं सरीरं (आउ.१)११ जं पुण पज्जोसवणं, (त.त.) ३० जंबुद्दीवुत्तरकुरुसण (वि.ण.) २९० जं पि य चरित्तमोहं, (क.प्रा.१) ४० जं पुण पज्जोसवणा (प्र.प.) ६०६ जंबुद्दीवे चउरो, सयाइ (बृ.सं.) २६९ जं पि य ण वा लभेज्जा (पंचा.) ५१९ जं पुण पढइ सुणेई, (हि.उ.) ११४ जंबुद्दीवे चक्की, उक्कोसं (गाथा.) २९१ जं पि य पिंडविसोहीकहणं (जी.अ.)२९ । जं पुण पमायरूवं गुरु- (य.स.) १२ जंबुद्दीवे धायइ, ओह (सि.पं.) २० जंपियमणेण ससहर- (न.मा.) ८७ जं पुण पमायरूवं गुरु- (ध.र.) ८६ जंबुद्दीवे धायइ, ओह (सि.प्रा.)६२ जं पि य महाणिसीहे, (गु.त.) २।१०७ जं पुण परूवणाए भेओs- (प्र.प.) ४१० जंबुद्दीवे मयरे, रयणीइ (म.प्र.) ६३ जं पि य सो वऽण्णो (वि.ण.) २७८ जं पुण पाणिवहाईण, (हि.उ.) ४५० जंबुद्दीवे लवण, धायइसंडे (त्रै.दी.) ८९ जंपि वत्थं व पायं वा, (गाथा.) १७४ जं पुण पायं तित्था (प्र.प.) ३६ जंबुद्दीवो लवणोदधी (जो.प.) १२८ जं पि सरीरं इ8 कुडुंब (च.प.) ११ जं पुण भणंति केई, (चे.म.) ८३ जंबुद्दीवो सरिसवपुण्णो (जी.स.) १३९ जं पि सरीरं इटुं कुटुंब- (क्षप.) ५ जं पुण भणंति भरहाइ- (अं.स.) २७ जंबुनिसहंत मीसे, (सि.पं.)३६
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