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________________ काम का राम में रूपांतरण नहीं चुन लिए हैं। अर्जुन को यही खयाल है कि इनको मैं मार डालूंगा, ये जो दुश्मन इकट्ठे हैं। कृष्ण कह रहे हैं, मैं समय हूं गिनती करने वालों में। एक क्षण पहले तू किसी को मार नहीं सकता और एक क्षण ज्यादा जिलाने का कोई उपाय नहीं है। जो मरेंगे, उनका समय चुक गया था। जो बचेंगे, उनका समय बचा था। तू केवल निमित्त है। इससे ज्यादा तू नहीं है। आज इतना ही। पांच मिनट रुकें। कीर्तन में सम्मिलित हों और फिर जाएं। 175
SR No.002408
Book TitleGita Darshan Part 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorOsho Rajnish
PublisherRebel Publishing House Puna
Publication Year1996
Total Pages478
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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