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Chapter 14 : Part 1
Pre-Historic Origins
Looked at, but cannot be seen-- That is called the Invisible (yi). Listened to, but cannot be heard-- That is called the Inaudible (hsi). Grasped at, but cannot be touched-- That is called the Intangible (wei). These three elude all our inquiries And hence blend and become One.
अध्याय 14 : खंड1
पूर्व-ऐतिहासिक स्रोत
उसे देखें, फिर भी वह अनदिवा रह जाता है, इसीलिए उसे अदृश्य कहा जाता है। उसे सुनें, फिर भी वह अनसुना रह जाता है, इसीलिए उसे अश्राव्य कहा जाता है। उसे समझें, फिर भी वह अछूता रह जाता है, इसीलिए उसे अस्पर्शनीय कहा जाता है। इस प्रकार वह अदृश्य, अश्राव्य और अस्पर्शनीय हमारी जिज्ञासा की पकड़ से छूट जाता है, और वह दुखि बना रहता है।