SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 63
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ओशो ध्यान चिकित्सा-समूह ओशो ध्यान चिकित्सा-समूह श्या न की पुरानी सभी विधियां पूर्व में विकसित की गई थीं। । उनमें पाश्चात्य मनुष्य को ध्यान में नहीं रखा गया है...। मैं ऐसी विधियां निर्मित कर रहा हूं जो केवल पूर्वी मनुष्य के लिए ही नहीं, बल्कि हर मनुष्य के लिए हैं—वह चाहे पूर्वी हो और चाहे पाश्चात्य। अपना शरीर छोड़ने से पहले, अंतिम 18 महीनों में ओशो ने “ध्यान चिकित्सा-समूहों" की एक नई श्रृंखला निर्मित की। अपूर्व रूप से सरल और प्रभावकारी इन चिकित्सा-समूहों में भाग लेने वाले साधकों का परस्पर संबंध तो न्यूनतम ही रहता है, लेकिन समूह की ऊर्जा हर साधक को अपनी-अपनी प्रक्रिया में गहरे जाने में सहयोग करती है। -
SR No.002367
Book TitleDhyanyog Pratham aur Antim Mukti
Original Sutra AuthorN/A
AuthorOsho Rajnish
PublisherRebel Publishing House Puna
Publication Year1990
Total Pages320
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy