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तप की आराधना विधिपूर्वक करने के लिये मंगलप्रवेश किया।
* पासो सुद १५ शनिवार दिनांक १४-१०-८६ के दिन पूज्य साध्वी श्री हेमलता श्रीजी म. द्वारा शाश्वती अोली में की हुई मौनपने सहित आराधना तथा अट्ठमतप पूर्णाहुति के प्रसंग पर वन्दनार्थ आये हुए जेसर वाले श्रीमान् शान्तिलाल मेहता की ओर से व्याख्यान में संघपूजा हुई।
* आसो (कात्तिक) वद ८ रविवार दिनांक २२-१०-८६ के दिन सोजत रोड से वन्दनार्थ आये हुए संघ के सद्गृहस्थों की तरफ से व्याख्यान में संघ- . पूजा हुई। ___ * पासो (कात्तिक) वद ६ सोमवार दिनांक २३-१०-८६ के दिन श्रीमान् गिरधारीलालजी शोभाचन्दजी की ओर से प्रातः पूजा-प्रभावना हुई तथा साथ में स्वामिवात्सल्य भी हुआ।
[६] ॐ नूतनवर्ष का प्रारम्भ 8 १-कात्तिक सुद १ सोमवार दिनांक ३०-१०-८६ के
मूत्ति की सिद्धि एवं मूर्तिपूजा की प्राचीनता-३१०