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________________ * श्रावण (भादरवा) वद ७ बुधवार दिनांक २३-८-८९ के दिन संघ में श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ प्रभु के किये गये अट्ठम तप के पारणा कराने का लाभ श्रीमान् राजमलजी डालचन्दजी ने लिया । * श्रावण (भादरवा) वद ८ गुरुवार दिनांक २४-८-८६ के दिन जैनधर्मदिवाकर परमपूज्य आचार्य भगवन्त आदि चतुर्विध संघ समेत बैन्ड युक्त श्रीमान् दीपचन्दजी हंसराजजी नवलखा के घर पधारे। वहाँ पर ज्ञान-पूजन, प्रतिज्ञा एवं मांगलिक के बाद संघपूजा हुई। उसी दिन 'श्री जैन धार्मिक पाठशाला' का भी उद्घाटन पूज्यपाद आचार्य म. सा. की पावन निश्रा में समारोहपूर्वक हुआ। ___ श्रावण (भादरवा) वद ६ शुक्रवार दिनांक २५-८-८६ के दिन श्रीमान् कान्तिलाल उम्मेदमलजी किसनाजी रानी स्टेशन देसूरीवाले की ओर से विधिपूर्वक 'श्री भक्तामर महापूजन' पढ़ाया गया तथा उनकी ओर से संघ का सार्मिक वात्सल्य भी हुआ। * श्रावण (भादरवा) वद १० शनिवार दिनांक मूर्ति की सिद्धि एवं मूर्तिपूजा की प्राचीनता-२६०
SR No.002340
Book TitleMurti Ki Siddhi Evam Murti Pooja ki Prachinta
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSushilsuri
PublisherSushilsuri Jain Gyanmandir
Publication Year1990
Total Pages348
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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