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* साथीन में श्री कुन्थुनाथ जिनमन्दिर की प्रतिष्ठा का कार्य शासनप्रभावना पूर्वक निर्विघ्न पूर्ण हुआ। परम पूज्य आचार्य म. सा. ने वहाँ से पीपाड़ सिटी की तरफ विहार किया।
[४] जोधपुर में प्रवेश और नूतन ध्वजारोहण
* पीपाड़-श्री कापरड़ा तीर्थ-डांगियावास और बनाड़ होकर मागशर सुद १० रविवार दिनांक १८-१२-८८ के दिन राजस्थान-दीपक परम पूज्य आचार्यदेव श्रीमद् विजय सुशील सुरीश्वरजी म. सा. अपने परिवार समेत जोधपुर में पधारते हुए संघवी श्रीमान् गुणदयालचन्दजी भंडारी के घर पर पधारे। वहाँ से जैन क्रियाभवन में श्री समवसरण जिनमन्दिर को वर्षगाँठ निमित्त पधारे। वहाँ श्रीमान् मोतीलालजी पारेख द्वारा विधिपूर्वक नूतन ध्वजा चढ़ा कर तथा सत्तरह भेदी पूजा पढ़ाकर भेरूबाग पधारते हुए श्री संघ ने बैण्ड युक्त पूज्यपाद आचार्य म. सा. का स्वागत किया। संघ की ओर से पू. प्रा. म. सा. को कम्बली वहोराई । मंगल प्रवचन के पश्चात् श्रीमान् मोतीलालजी पारेख ने संघपूजा की। श्री संघ की विनंति को स्वीकार
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