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सुकृत के सहयोगी संघवी श्री पुखराजजी ताराचन्दजी
विशनगढ़ (राज.) जि. जालोर आपने बिशनगढ़ से अचलगढ़-पाबुजी की पदयात्रा संघ, मन्दिर निर्माण में महान् लाभ, नवपद ओली आदि पुण्य कार्य में लाभ लिया है।
शासन सम्राट् प. पू प्राचार्य महाराजाधिराज श्रीमद् विजय नेमि - लावण्य - दक्ष - सुशील सूरीश्वरजी म. सा. के यशस्वी पट्टधर राजस्थान दीपक प. पू. आचार्य भगवन्त श्रीमद् विजय सुशील सूरीश्वरजी म.सा. एवं पू. पंन्यास प्रवर श्री जिनोत्तम विजयजी गरिणवर्य म. सा. के सदुपदेश से इस पुस्तक प्रकाशन में सुकृत के सहयोगी के रूप में लाभ लिया है । एतदर्थ हार्दिक धन्यवाद ।
-प्रकाशक
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सूचना यह पुस्तक पू. साधु-साध्वीजी म. एवं ज्ञान भण्डारों को सादर भेंट स्वरूप प्रेषित की जायेगी । प्राप्ति स्थान पर सम्पर्क कर प्राप्त करें।