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________________ प्रातःस्मरण लब्धिवन्त गौतम गणधार , बुद्धिए अधिका अभयकुमार । प्रह उठीने करी प्रणाम , ___शियलवन्तना लीजे नाम ॥ १ ॥ पहेला नेमि जिनेश्वर राय , __ बालब्रह्मचारी लागुं पाय । बीजा जम्बुकुमार महाभाग , - रमणी पाठनो कीधो त्याग ।। २ ॥ त्रीजा स्थूलिभद्र साधु सुजाण , ___ कोश्या प्रतिबोधी गुणखाण । चोथा सुदर्शन शेठ गुणवन्त , जेणे कीघो भवनो अन्त ।। ३ ॥ पांचमा विजयशेठ नरनार , शियल पाजी उतर्या भवपार। ए पांचे ने विनति करे , भवसायर ते व्हेला तरे ॥ ४ ॥ मंगलं भगवान् वीरो, मंगलं गौतमप्रभुः । मंगलं स्थूलिभद्राद्या , जेनो धर्मोऽस्तु मङ्गलम् ।। ५ ॥ सर्वारिष्टप्रणाशाय , सर्वाभिष्टार्थदायिने सर्वलब्धिनिधानाय गौतमस्वामिने नमः ॥ ६ ॥
SR No.002334
Book TitleGandharwad Kavyam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSushilsuri
PublisherSushilsuri Jain Gyanmandiram
Publication Year1987
Total Pages442
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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