________________
श्री जखौ तीर्थ
तीर्थाधिराज श्री महावीर भगवान, पद्मासनस्थ, श्वेत वर्ण, लगभग 84 सें. मी. (श्वे. मन्दिर) । तीर्थ स्थल जखौ गाँव के मध्य।
प्राचीनता यह स्थल कच्छ भुज के अबड़ासा की पंचतीर्थी का एक तीर्थ स्थान माना जाता है । इस मन्दिर की प्रतिष्ठापना विक्रम सं. 1905 में हुई थी। पुनः प्रतिष्ठा विक्रम सं. 2028 में हुई थी ।
विशिष्टता यह तीर्थ अबडासा पंचतीर्थी में रहने के कारण इसकी विशेषता है । इसे रत्नट्रॅक जैन देरासर कहते हैं । इसका निर्माण शेठ जीवराज रतनशी
और शेठ भीमसी रतनसी ने करवाया था । प्रतिवर्ष जेठ शुक्ला 11 को वार्षिकोत्सव मनाया जाता है ।
अन्य मन्दिर 88 इसी परकोटे के अन्दर आठ और मन्दिर है ।
कला और सौन्दर्य एक ही परकोटे में निकटतम नव मन्दिरों की वैंकें रहने के कारण शिखरों का दृश्य अति ही शोभायमान प्रतीत होता है ।
मार्ग दर्शन 8 यहाँ से नजदीक का रेल्वे स्टेशन भुज लगभग 108 कि. मी. हैं जहाँ से बस व टेक्सी की सुविधा है । नलिया तीर्थ से यह स्थल 15 कि. मी. व तेरा से 28 कि. मी. दूर है । गाँव के बस स्टेण्ड से मन्दिर सिर्फ 400 मीटर है । बस व कार मन्दिर तक जा सकती है ।
सुविधाएँ 8 ठहरने के लिए धर्मशाला है, जहाँ पानी, बिजली, बर्तन, ओढ़ने-बिछाने के वस्त्र व भोजनशाला की सुविधा उपलब्ध है ।
पेढ़ी 8 श्री जखौ रत्नहुँक जैन देरासर पेढ़ी, पोस्ट : जखौ - 370 640. तालुका : अबड़ासा, जिला : कच्छ, (गुज.) फोन : 02831-87224.
श्री महावीर भगवान मन्दिर-जखौ
560