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________________ श्री शान्तिनाथ जिनालय-दाठा श्री दाठा तीर्थ तीर्थाधिराज श्री शांतीनाथ भगवान, श्वेत वर्ण, पद्मासनस्थ, लगभग 54 सें. मी. ( श्वे. मन्दिर ) । तीर्थ स्थल दाठा गाँव के मध्य । प्राचीनता कहा जाता है यह मन्दिर बहुत प्राचीन है । पहिले यहाँ के मूलनायक श्री पार्श्वनाथ भगवान थे । जीर्णोद्धार के समय लगभग 155 वर्ष पूर्व वर्तमान मूलनायक श्री शांतीनाथ भगवान की प्रतिमा प्रतिष्ठित करवाई गई । श्री शांतीनाथ भगवान की यह भव्य चमत्कारिक प्रतिमा समुद्र में से प्रकट होने का उल्लेख है । प्राचीन मूलनायक श्री पार्श्वप्रभु की प्रतिमा भी यहीं मन्दिर में विराजमान है । 594 प्राचीन शिलालेख घिस जाने के कारण सही प्राचीनता का पता लगाना कठिन है परन्तु यह तीर्थ शत्रुंजय महातीर्थ की पंचतीर्थी में रहने के कारण अवश्य प्राचीन होगा । इसमें कोई सन्देह नहीं । विशिष्टता श्री शत्रुंजय शाश्वत महातीर्थ की पंचतीर्थी का यह तीर्थ होने के कारण मुख्य विशेषता है प्राचीन मूलनायक श्री पार्श्वनाथ भगवान की व वर्तमान तीर्थाधिराज समुद्र में से प्रकटित श्री शांतीनाथ भगवान की भव्य प्राचीन प्रतिमाएँ अतीव अलौकिक, चमत्कारिक व महा प्रभाविक है । अन्य मन्दिर इसके अतिरिक्त वर्तमान में यहाँ और कोई मन्दिर नहीं हैं । कला और सौन्दर्य प्रभु प्रतिमाएँ अतीव 8 मनोरम व आकर्षक है। मन्दिर में सभा मण्डप आदि में बने विभिन्न प्रसंगों के 33 पट, भावों को सहज ही में निर्मल बनाने वाले अतीव कलात्मक भव्य व रचनात्मक अतीव दर्शनीय है जो मन्दिर की शोभा व विशिष्टता और भी बढ़ाते हुवे यात्रीयों को भाव विभोर करते हैं । ऐसे पटों के दर्शन अन्यत्र दुर्लभ है । मार्ग दर्शन यहाँ का नजदीक का रेल्वे स्टेशन पालीताना लगभग 55 कि. मी. दूर है। यह तीर्थ तलाजा से महुवा जाते वक्त हाईवे से 7 कि. मी. है। महुवा से 22 कि. मी. तलाजा से 22 कि. मी., भावनगर से 75 कि. मी व घोघा से यह स्थल 95 कि. मी. दूर है । सभी स्थानों से बस व टेक्सी की सुविधा है। आखिर तक पक्की सड़क है। मन्दिर तक कार व बस जा सकती है । समुद्र किनारा यहाँ से 7 कि. मी. दूर है। नजदीक का हवाई अड्डा भावनगर है। सुविधाएँ ठहरने के लिये सर्वसुविधायुक्त धर्मशाला है जहाँ भोजनशाला की भी सुविधा है । भाता भी दिया जाता है। मुनिभगवंतो हेतु अलग उपाश्रयों की सुविधा है । पेढ़ी श्री वीसा श्रीमाली जैन महाजन पेढ़ी, दाता पोस्ट : दाठा - 364 130. जिला भावनगर (सौराष्ट्र) गुजरात, फोन : 02842-83324.
SR No.002332
Book TitleTirth Darshan Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
PublisherMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
Publication Year2002
Total Pages264
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size48 MB
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