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दुर पहाड़ी दृश्य-काँगड़ा
अन्य मन्दिर वर्तमान में इसके अतिरिक्त यहाँ किले की तलहटी में स्थित धर्मशाला के निकट एक और नवनिर्मित मन्दिर है ।
कला और सौन्दर्य 8 यह क्षेत्र पर्वत की हरी-भरी घाटियों, हिमालय की बर्फीली चोटियों व नदी-नालों से सुशोभित है । यहाँ से हिमालय का प्राकृतिक दृश्य देखते ही बनता है । __ यहाँ के खण्डित मन्दिरों में प्राचीन कला के नमूने नजर आते हैं । मूलनायक प्रतिमा की कला विशिष्ट शोभायमान है । __ मार्ग दर्शन 8 काँगड़ा रेल्वे स्टेशन से यहाँ की जैन धर्मशाला लगभग 1/2 कि. मी. किले के समीप है । धर्मशाला तक पक्की सड़क है । कार व बस जा सकती है । स्टेशन से लोकल बस व आटो-टेक्सी का साधन है । होशियारपुर से यह स्थल लगभग 102 कि. मी. दूर है । पठानकोट से रेल मार्ग द्वारा सीधा काँगड़ा पहुंचा जा सकता है । बस स्टेण्ड से धर्मशाला लगभग 4 कि. मी. है । धर्मशाला में किले पर जाने हेतु डोली का इंतजाम हो सकता है । धर्मशाला से किले का मन्दिर लगभग 12 कि. मी. है । पैदल चढ़ना पड़ता है परन्तु रास्ता सुगम है ।
सुविधाएँ ठहरने के लिए किले के समीप ही सर्वसुविधायुक्त धर्मशाला है, जहाँ भोजनशाला की भी सुविधा है ।
श्री आदिनाथ प्रभु जिनालय-काँगड़ा
पेढ़ी 8 श्री श्वेताम्बर जैन काँगड़ा तीर्थ प्रबन्धक कमेटी, जैन धर्मशाला, काँगड़ा किले के सामने । पोस्ट : पुराना काँगड़ा - 176 001. जिला : काँगड़ा, प्रान्त : हिमाचल प्रेदश, फोन : 01892-65187.
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