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________________ श्री देलदर तीर्थ अन्य मन्दिर वर्तमान में इसके अतिरिक्त यहाँ कोई मन्दिर नहीं है । कला और सौन्दर्य प्रभु प्रतिमा की कला तीर्थाधिराज श्री आदीश्वर भगवान, श्वेत अति ही सुन्दर व आकर्षक है । वर्ण, पद्मासनस्थ, लगभग 65 सें. मी. (श्वे. मन्दिर)। मार्ग दर्शन 8 यहाँ से नजदीक का रेल्वे स्टेशन तीर्थ स्थल देलदर गाँव के मध्यस्थ । आबू रोड़ 11 कि. मी. है, जहाँ से टेक्सी की प्राचीनता 8 मन्दिर के एक स्थंभ पर वि. सं. सुविधा है । मन्दिर तक बस व कार जा सकती है । 1101 का लेख उत्कीर्ण है, जो यहाँ की प्राचीनता को सविधाएँ फिलहाल यहाँ ठहरने के लिए कोई सिद्ध करता है। सुविधा नहीं है । आबू रोड़ ठहरकर ही यहाँ आना मूलनायक भगवान के परिकर की गादी पर वि. सं. सुविधाजनक है । 1359 का लेख है । मन्दिर में एक गादी पर वि. सं. पेढ़ी श्री देलदर जैन संघ, 1331 का शिलालेख उत्कीर्ण है । यहाँ से कुछ प्राचीन गाँव : देलदर, प्रतिमाएँ साबरमती ले जायी गई हैं । पोस्ट : आबू रोड़ - 307026. विशिष्टता प्रतिवर्ष वैशाख शुक्ला 6 को ध्वजा जिला : सिराही, प्रान्त : राजस्थान । चढ़ायी जाती है । TTTTTTTER श्री आदीश्वर भगवान मन्दिर-देलदर 442
SR No.002331
Book TitleTirth Darshan Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
PublisherMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
Publication Year2002
Total Pages248
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size45 MB
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