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श्री काछोली तीर्थ
तीर्थाधिराज श्री कछलिका पार्श्वनाथ भगवान, श्वेत वर्ण, पद्मासनस्थ, लगभग 90 सें. मी. (श्वे. मन्दिर) ।
तीर्थ स्थल काछोली गाँव के मध्यस्थ ।।
प्राचीनता मन्दिर में उपलब्ध शिलालेखों से प्रतीत होता है कि इसका प्राचीन नाम कछुलिका था। मूलनायक भगवान के परिकर की गादी पर वि. सं. 1343 का लेख उत्कीर्ण है । यह तीर्थ उससे भी पूर्व का माना जाता है ।
विशिष्टता काछोलीवाल गच्छ का उत्पत्ति स्थान यही है । प्रतीत होता है किसी समय यह नगर जाहोजलालीपूर्ण था व सुसम्पन्न श्रावकों के सहस्रों कुटुम्बों से आबाद था । । प्रतिवर्ष मागशीर्ष शुक्ला 10 को ध्वजा चढ़ती है ।
अन्य मन्दिर वर्तमान में यहाँ इसके अतिरिक्त कोई मन्दिर नहीं हैं ।
मार्ग दर्शन नजदीक का रेल्वे स्टेशन स्वरूपगंज 5 कि. मी. है, जहाँ से टेक्सी, आटो की सुविधा है। स्वरूपगंज में महावीर भवन में भी गाड़ी का साधन है। मन्दिर तक कार व बस जा सकती है । __ सुविधाएँ ठहरने के लिए धर्मशाला है, जहाँ पर पानी, बिजली की सुविधा है । परन्तु वर्तमान में स्वरूपगंज (महावीर भवन) में ठहरकर आना ज्यादा सुविधाजनक है, जहाँ सभी सुविधाएँ उपलब्ध है ।
पेढ़ी ॐ श्री काछोली जैन संघ, पोस्ट : काछोली - 307 023. स्टेशन : स्वरूपगंज, जिला : सिरोही, प्रान्त : राजस्थान, फोन : 02971-42512 पी.पी.
श्री कछुलिका पार्श्वनाथ जिनालय-काछोली
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