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श्री धनारी तीर्थ
तीर्थाधिराज श्री शान्तिनाथ भगवान, श्वेत वर्ण, पद्मासनस्थ, लगभग 60 सें. मी. (प्राचीन मूलनायक) (श्वे. मन्दिर) ।
तीर्थ स्थल बनास नदी किनारे बसे धनारी गाँव के पुरोहितों के मोहल्ले में ।
प्राचीनता 8 इस मन्दिर में उपलब्ध शिलालेखों से यह तीर्थ वि. सं. 1348 से पूर्व का सिद्ध होता है। वि. सं. 1348 के शिलालेखों से ज्ञात होता है कि उस समय यहाँ के मूलनायक श्री आदीश्वर भगवान थे । हो सकता है कभी जीर्णोद्धार के समय श्री शान्तिनाथ भगवान की यह प्रतिमा प्रतिष्ठित की गयी हो, प्रतिमाजी पर कोई लेख उत्कीर्ण नहीं है । वि. सं. 2006 में अन्तिम जीर्णोद्धार हुआ । तब आचार्य श्री विजयजिनेन्द्रसूरीश्वरजी के सुहस्ते श्री पार्श्वनाथ भगवान की प्रतिमा प्रतिष्ठित करवायी गयी, जो अभी मूलनायक रूप में विद्यमान है । विशिष्टता तपागच्छीय कमलकलश शाखा के
श्री धनारी मन्डन पार्श्वनाथ भगवान-धनारी
श्री शान्तिनाथ जिनालय-धनारी
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