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की विशेष महत्ता मानी जाती है । श्री लोटाणा तीर्थ
__ अन्य मन्दिर वर्तमान में इसके अतिरिक्त यहाँ
कोई मन्दिर नहीं है । तीर्थाधिराज श्री आदीश्वर भगवान, पद्मासनस्थ, कला और सौन्दर्य मन्दिर का दृश्य गाँव की श्वेत वर्ण, लगभग 75 सें. मी. (श्वे. मन्दिर) ।
छोटी सी टेकरी पर अति ही आकर्षक लगता है । प्रभु तीर्थ स्थल लोटाणा गाँव में एक टेकरी पर । प्रतिमा की कला अपना विशेष स्थान रखती है । इस
प्राचीनता इस का प्राचीन नाम लोटीपुरपट्टन ढंग की परिकरयुक्त प्रतिमा अन्यत्र नहीं है । व लोटाणक था, ऐसा शिलालेखों में उल्लेख मिलता है। मार्ग दर्शन यहाँ से नजदीक का रेल्वे स्टेशन मन्दिर में काउसग्गीया मूर्ति पर वि. सं. 1144 का सिरोही रोड़ 20 कि. मी. दूर है । नान्दिया से यह लेख उत्कीर्ण है । मन्दिर में दो और कायोत्सर्ग स्थान 7 कि. मी. व दीयाणा तीर्थ से लगभग 15 कि. प्रतिमाओं पर वि. सं. 1130 ज्येष्ठ शुक्ला 5 का लेख । मी. व बामनवाड़जी तीर्थ से 16 कि. मी. दूर है। उत्कीर्ण है । प्रतीत होता है उस समय यहाँ का सविधाएँ ठहरने के लिए मन्दिर के अहाते में जीर्णोद्धार हुआ होगा । यह श्री आदिनाथ प्रभु की ही कछ कमरे बने हाए है. जहाँ पर पानी व थोडे प्रतिमा श्री शत्रुजय महातीर्थ के तेरहवें उद्धार की है ।
व्यक्तियों के लिए बर्तन व ओढ़ने-बिछाने के वस्त्रों का यहाँ का अन्तिम जीर्णोद्धार वि. सं. 2016 में हुआ था। साधन मिल सकता है । नान्दिया या बामनवाइजी
विशिष्टता यह तीर्थ प्राचीनता के कारण तो ठहरकर ही यहाँ आना सुविधाजनक है । अपनी विशेषता रखता ही है । इसके अतिरिक्त श्री पेढी श्री जैन देवस्थान पेढ़ी, लोटाणा तीर्थ, आदीश्वर प्रभु की भव्य व अद्वितीय प्रतिमा श्री शत्रुजय
गाँव : लोटाणा, पोस्ट : नान्दिया - 307 042. शास्वत तीर्थ के तेरहवें उद्धार की रहने के कारण यहाँ नारी
जिला : सिरोही (राज.), फोन : 02971-2011 5 पी.पी.
श्री आदिनाथ जिनालय-लोटाणा
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