________________
श्री जाखोड़ा तीर्थ
गव
तीर्थाधिराज श्री शान्तिनाथ भगवान, पद्मासनस्थ, प्रवाल वर्ण, लगभग 35 सें. मी. (श्वे. मन्दिर) ।
तीर्थ स्थल जाखोड़ा गाँव के पहाड़ी की ओट में।
प्राचीनता , कहा जाता है इस प्रभु-प्रतिमा की अंजनशलाका आचार्य श्री मानतुंगसूरीश्वरजी के सुहस्ते हुई थी । विक्रम की पन्द्रहवीं शताब्दी में श्री मेघ कवि द्वारा रचित तीर्थ-माला' में इस तीर्थ का वर्णन है । प्रतिमाजी के परिकर पर वि. सं. 1504 का लेख उत्कीर्ण है । लेकिन यह परिकर बाद का प्रतीत होता है।
विशिष्टता यह तीर्थ प्राचीन होने के साथ-साथ चमत्कारिक क्षेत्र भी है । यहाँ पर जल की बड़ी भारी समस्या थी । इस पथरीली भूमि में पानी मिलने की संभावना ही नहीं थी । एक दिन अधिष्ठायकदेव ने श्री चान्दाजी कोलीवाड़ावालों को मन्दिर के निकट एक जगह पानी रहने का संकेत दिया । तदनुसार खुदवाने पर विपुल मात्रा में मीठा व स्वास्थ्यवर्धक पानी प्राप्त हुआ । जैन-जैनेतर और भी अनेक तरह के चमत्कारों
का वर्णन करते हैं । यहाँ कार्तिक पूर्णीमा व चैत्री पूर्णीमा को मेले का आयोजन होता है तब हजारों यात्री दर्शनार्थ आते हैं ।
अन्य मन्दिर वर्तमान में इसके अतिरिक्त एक और मन्दिर हैं ।
कला और सौन्दर्य * प्रभु प्रतिमा की कला दर्शनीय है ।
मार्ग दर्शन 8 यहाँ से नजदीक का रेल्वे स्टेशन जवाई बाँध 10 कि. मी. व फालना 18 कि. मी. है। नजदीक के बड़े गाँव शिवगंज लगभग 8 कि. मी. व सुमेरपुर 6 कि. मी. है । इन स्थानों से बस व टेक्सी की सुविधा उपलब्ध है । यहाँ का बस स्टेण्ड मन्दिर से 200 मीटर दूर हैं । आखिर तक कार व बस जा सकती है ।
ठहरने के लिए विशाल धर्मशाला है। जहाँ पानी, बिजली, बर्तन, ओढ़ने-बिछाने के वस्त्र व भोजनशाला की सुविधा उपलब्ध है ।
पेढी श्री शान्तिनाथ भगवान जैन श्वेताम्बर तीर्थ पेढ़ी । पोस्ट : जाखौड़ा - 306 902. जिला : पाली (राज.), फोन : 02933-48045.
श्री शान्तिनाथ जिनालय-जाखोड़ा
354