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श्री चिन्तामणि पार्श्वनाथ भगवान (श्वे.) - आगरा
सोनपाल ने भी यहाँ श्री श्रेयासंनाथ भगवान का विशाल मन्दिर बनवाकर अंचलगच्छीय आचार्य श्री के हार्थों प्रतिष्ठा करवाई थी । इन्होंने ओर भी अनेकों प्रशंसनीय कार्य किये जो वि. सं. 1671 के शिलालेख में उत्कीर्ण हैं । यह शिलालेख आज भी उपाश्रय में मौजूद है । ___ बादशाह अकबर के पुत्र जहाँगीर व पौत्र शाहजहाँ ने भी आचार्य श्री हीरविजयसूरीश्वरजी के शिष्य-प्रशिष्यों को अपने दरबार में धर्मगुरु माना था ।
उपरोक्त वर्णनों से सिद्ध होता है कि यहाँ धर्म-प्रभावना के अनेकों कार्य हुए, जो उल्लेखनीय हैं।
अन्य मन्दिर * वर्तमान में इसके अतिरिक्त यहाँ 12 श्वेताम्बर मन्दिर व कई दिगम्बर मन्दिर हैं। शहर के बाहर एक विशाल दादावाड़ी है, जिसे श्री हीरविजयसूरीश्वरजी की दादावाड़ी कहते हैं । __ कला और सौन्दर्य * विशिष्ट पाषाण में निर्मित श्री चिन्तामणि पार्श्व प्रभु की प्रतिमा अति ही सुन्दर व प्रभावशाली है ।
श्री शीतलनाथ भगवान की प्रतिमा की कला भी
अति ही मनमोहक है, लगता है जैसे प्रभु साक्षात विराजमान हैं । यहाँ का मण्डप भी कला में अपना विशिष्ट स्थान रखता है ।
मार्ग दर्शन * आगरा फोर्ट रेल्वे स्टेशन से यह मन्दिर लगभग एक कि. मी. है । स्टेशन पर टेक्सी व आटो की सुविधा है । मन्दिर तक कार व बस जा
सकती हैं । ___ सुविधाएँ * ठहरने के लिए गाँव में श्वेताम्बर व दिगम्बर धर्मशालाएँ हैं, जहाँ बिजली, पानी की सुविधा उपलब्ध हैं । गाँव में हीरविजयसूरीश्वरजी श्वे. जैन दादावाड़ी में भी ठहरने की सुव्यवस्था है । जहाँ भोजनशाला की भी सुविधा है । कार व बस भी अन्दर ठहर सकती हैं ।
पेढी * श्री चिन्तामणि पार्श्वनाथ भगवान श्वेताम्बर जैन मन्दिर, पेढ़ी, आचार्य श्री हीरविजयसूरीश्वरजी का उपाश्रय, रोशन मोहल्ला । पोस्ट : आगरा - 282 003. प्रान्त : उत्तर प्रेदश, फोन : 0562-254559.
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