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30. उत्तराध्ययनसूत्र
स्वरूप पे. | कर्ता
संवत | कृति विशेषनाम भाषा*गद्य-पद्य*परिमाण आदि-अंत प्र.क्र. छाया (11) |1| अज्ञात
वि. 1982P नमिप्रवज्या अध्ययन की छाया * (सं.) * पद्य * (अ. 9वाँ)
{709) 915 सौभाग्यचंद्रजी मुनि वि. 1989P (सं.) * पद्य, गद्य * (अ. 36) {संयोगाद्विप्रमुक्तस्य, अनगारस्य
भिक्षोः। विनयं...भवसिद्धिकसंमतान् ।।266 ।। इति ब्रवीमि।।)
{1428} 916
| 3 | बुद्धिविजयजी पंन्यास (#) | वि. 1992P (सं.) * पद्य, गद्य * (अ. 36) {715} 917
4 | आत्मारामजी आचार्य (#) | वि. 1996P | (सं.) * पद्य, गद्य * (अ. 36) {717, 803} 917a
जेठालाल हरिभाई शास्त्री(#)| वि. 2010P | (सं.) * पद्य, गद्य * (अ. 36) {722, 784, 787}
918
5 | घासीलालजी महाराज (#) | वि. 2015P | (सं.) * पद्य, गद्य * (अ. 36) {723, 818} 6 | भद्रंकरसूरि (#) वि. 2022P (सं.) * पद्य, गद्य * (अ. 36) {732, 752, 770, 773, 778, 807,
83337} 920
7 महाप्रज्ञजी आचार्य | वि. 2023P (सं.) * पद्य, गद्य * (अ. 36) {733,794,801) 921
8 | पारस मुनि (#) वि. 2025P | (सं.) * गद्य * (अ. 28वाँ-गाथा 14) {735} 922
| 9 रत्नचंद्रस्वामी (2) वि. 2026P | (सं.) * पद्य, गद्य * (अ. 36) {736) 923 10 रविन्द्रमुनि (#)
वि. 2039# | महानिग्रंथीय अध्ययन की छाया * (सं.) * पद्य, गद्य * (अ.
20वाँ) {777} 924 11 रविन्द्रमुनि (2) वि. 2039# प्रमादस्थान अध्ययन की छाया * (सं.) * पद्य, गद्य * (अ.
| 32वाँ) {774) |925 | 12| शांतिमुनि
वि. 2046 (सं.) * पद्य, गद्य * (अ. 36) {816} | 926 | नोंध : - कृति की कटौती की गई होने के कारण इस क्रमांक का उपयोग नहीं किया है। 927
14 सुभद्रजी मुनि (#) वि. 2055P (सं.) * पद्य, गद्य * (अ. 36) {788} 928 |15| अज्ञात
वि. 2062P | (सं.) * पद्य, गद्य * (अ. 36) {815) 929 अर्वा. टीका घासीलालजी महाराज वि. 2008 'प्रियदर्शिनी' * (सं.) * गद्य * (अ. 36), प्रशस्ति श्लोक-8 (12)
{भवजलधिनिमज्जज्जीवरक्षककृत्यं, विमलहितवचोभिर्दर्शितात्मैकसृत्यम्। सुरनरमुनिवृन्दैर्वन्द्यमानाङ्घ्रिपद्यम्, ...समुप
दिश्य, परिनिर्वृतः सिद्धि प्राप्तः} {723, 818} 930 शब्द., अनु.
जीवराजघेलाभाई दोशी | वि. 1967P | (गु.) * गद्य * (अ. 36) {701) (13)
डॉ. (2) शब्द., अनु., 1 | मंगलजी हरजीवन | वि. 1991P | (गु.) * गद्य * (अ. 27) {714}
विवे. (14) चितलीया 932
2 | अमिताबाई महासती, वि. 2054P | (गु.) * गद्य * (अ. 36) {782)
सुमतिबाई महासती
(सदानंदी)
| 3 | पारसमल चण्डालिया (#) | वि. 2062P | (हिं.) * गद्य * (अ. 36) {813) 934 शब्द., विवे. कांतिऋषिजी आचार्य (#) | वि. 2045P | (गु.) * गद्य * (अ. 36) (761)
(15) 935 अन्व. (16) | 1 | घासीलालजी महाराज (#) | वि. 2015P | (हिं.) * गद्य * (अ. 36) {723}
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