SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 46
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ क्र. 34 35 36 37 38 39 40 41 124 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 स्वरूप अनु., अर्वा.टिप्प. (14) अनु., विवे. (15) अनु., सारांश (16) पद्यानु. (17) निर्युक्तिअनु. (18) टीकानु. (19) टीकानु., वि. (20) पे. कर्ता 11 दीपरत्नसागरजी 12 Nathamalji Tatia Dr., दुलहराजजी मुनि महेन्द्रकुमारजी मुनि (द्वितीय) 13 जयप्रभविजयजी 14 दीपरत्नसागरजी 15 J. Soni Dr., Willem B. Bollee Prof. 16 रत्नज्योतविजयजी पंन्यास महाप्रज्ञजी आचार्य 1 सौभाग्यचंद्रजी मुनि 2 सौभाग्यमलजी मुनि, बसंतीलालजी नलवाया 3 सौभाग्यचंद्रजी मुनि 4 ठाकरसीभाई करसनजी 5 6 7 शाह श्रीचंद सुराणा सुशीलसूरि दुलहराजजी मुनि आगम कृति परिचय संवत् fa. 2053P जयप्रभविजयजी fa. 2057P अर्वा भाष्यानु 1 दुलहराजजी मुनि (21) fa. 2058 fa. 2058P fa. 2060P वि. 2064 fa. 2031P fa. 1992P fa. 2007P अमरमुनिजी उपप्रवर्तक सुरेन्द्र बोथरा नगीनदास केवलदास शाह वि. 2035P fa. 2014P fa. 2020P fa. 2046P fa. 2056P fa. 2056P fa. 2055 1 माणेक मुनि 2 रत्नज्योतविजयजी पंन्यास वि. 2064 fa. 2056P fa. 2018P fa, 2058 fa. 2050P कृति विशेषनाम* भाषा*गद्य-पद्य*परिमाण* आदि अंत*प्र.क्र. 'गुर्जर छाया' * (गु.) * गद्य * (श्रु. 2) {हे आयुष्यमन् ! में...हुं कहुं छं.} {93, 1461} महाप्रज्ञजी के (हिं.) अनु. का भाषां. * (अं.) * गद्य * (श्रु. 1) {70} श्रु. 1. 1 के शब्दार्थयुक्त * (हिं.) * गद्य * (श्रु. 1) (75) (हिं.) *गद्य * (श्रु. 2) {1467 } Walther Schubring के (ज.) अनु. का भाषां. * (अं.) * गद्य * (श्रु. 1) {1477} (गु.) * गद्य * (श्रु. 1) {87 } (हिं.) *गद्य * (श्रु. 1) (32, 50 } (गु.) * गद्य * (श्रु. 1) (25, 79 } श्रु. 1 के शब्दार्थयुक्त * (हिं.) गद्य * (श्रु.2) {18, 38 } (हिं.) गद्य (श्रु. 1) (24, 1444} (गु.) * गद्य * (श्रु. 1) {27, 28 } (हिं.) *गद्य * (श्रु. 2) (47 } (हिं.) गद्य * (श्रु. 2) {68 } अमरमुनिजी उप. के (हिं.) अनु., विवे. का भाषां. * (अं.) * गद्य * (श्रु. 2) (68) 'आत्मज्ञान' * (गु.) * गद्य * (श्रु. 1) {36 } 3 'आचारांगसूत्र भावानुवाद' * (हिं.) * पद्य * (श्रु. 1), प्रशस्ति गाथा - 11 (88) (हिं.) * गद्य * (गाथा 368) (1525) 'शीलांकी टीकानु' * (गु.) * गद्य * (श्रु. 2), प्रशस्ति गाथा- 5 {7, 11} 'तेजोधूलि', 'शीलांकी टीकानु' * (गु.) * गद्य * (श्रु. 2), प्रशस्ति (सं.) गद्य (87} 'राजेन्द्र सुबोधिनी आहोरी टीका' शीलांकी टीकानु. और विवे. * (हिं.) * गद्य * (श्रु. 1), प्रशस्ति (सं.) श्लोक-22 (75) महाप्रज्ञजी कृत (सं.) भाष्य का अनु. * (हिं.) * गद्य * (श्रु. 1) (50)
SR No.002326
Book TitleAgam Prakashan Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNirav B Dagli
PublisherGitarth Ganga
Publication Year2015
Total Pages392
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_related_other_literature
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy