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क्र.
प्रकाशन नाम एवं परिचय
1053 गणिविज्जापट्टण्णर्य (गणिविद्या प्रकीर्णक) गणि प्रकी, सूत्र सह सुभाष कोठारी डॉ. कृत (हिं.) अनु.} {दे. ना. } [T, S] [1266, 1268}
1054 45- आगमसुत्ताणि (गणिविज्जा पइण्णयं) (गणि. प्रकी. सूत्र मूल} {दे.ना., गु.} {1266)
| 1056 महापच्चक्खाणपइण्णयं (महाप्रत्याख्यान प्रकीर्णक)
| प्रकाशक (ग्रंथमाला }
संपादक, संशोधक आदि
41. गणिविद्याप्रकीर्णकसूत्र (1053-1055)
संपा. सागरमल जैन डॉ.
1055 गणिविज्झा सूत्रं (गणि. प्रकी. सूत्र मूल} जैनानंद पुस्तकालय दे.ना.. गु.] [8] (1266)
{महाप्र. प्रकी. सूत्र सह सुरेश सिसोदिया डॉ. कृत (हिं.) अनु.) दे. ना.) [T, S) {1271, 1274)
| 1058 महाप्रत्याख्यानप्रकीर्णकम्
| 1057 45- आगमसुत्ताणि (महापच्चक्खाण पइण्णयं) (महाप्र. प्रकी. सूत्र मूल } {दे. ना., गु.} {1271}
{महाप्र. प्रकी. सूत्र मूल} {दे.ना. } {1271}
आगम प्रकाशन परिचय
| YAM [MAHAPRATYAKHYANA | PRAKIRNKA] { महाप्र. प्रकी. सूत्र सह सुरेश सिसोदिया डॉ. के अनु का | कर्नल दलपतसिंघ बाया डॉ. कृत (अं.) भाषां.} (रो.} [T, S] {1271, 1277 }
| 1061 वीरत्थओपणवं
आगम अहिंसा समता एवं प्राकृत संस्थान आगम संस्थान ग्रंथमाला 10)
42. महाप्रत्याख्यानप्रकीर्णकसूत्र (1056-1060)
आगम अहिंसा समता एवं संपा. सागरमल जैन डॉ. प्राकृत संस्थान आगम संस्थान ग्रंथमाला 7}
आगम श्रुत प्रकाशन
(वीरस्तव प्रकीर्णक) (वीर. प्रकी. सूत्र सह सुभाष कोठारी डॉ. कृत (हिं.) अनु.) (दे.ना. } [T, S]
{1278, 1279)
आगम श्रुत प्रकाशन
संशो, संपा. दीपरत्नसागरजी
| 1060 महापच्चक्खाण सूत्रं ( महाप्र. प्रकी. सूत्र जैनानंद पुस्तकालय मूल) (दे.ना.. गु.) (8) (1271)
संपा. पूर्णचंद्रसागरजी गणि, पर्व संशो. पूर्व
"
| संपा. सागरानंदसूर
| 1059 | MAHAPACCAKKHANA-PAINNA आगम अहिंसा समता एवं संपा. -सागरमल जैन डॉ.
प्राकृत संस्थान (आगम संस्थान ग्रंथमाला 24 }
संशो., संपा. -दीपरत्नसागरजी
| हर्षपुष्पामृत जैन ग्रंथमाला संशो., संपा. -जिनेन्द्रसूरि {ग्रं. 283}
संपा. पूर्णचंद्रसागरजी गणि, पूर्व संशो., पूर्व संपा. सागरानंदसूरि
43. वीरस्तवप्रकीर्णकसूत्र (1061-1062)
आगम अहिंसा समता एवं संपा. सागरमल जैन डॉ. प्राकृत संस्थान आगम
संस्थान ग्रंथमाला 12 }
वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद)
2050 (1)
84 (C)
2052 (अ.) 16 (C)
2061 (1) 16 (P)
2047 (1)
112 (C)
2052 (3T.) 20 (C)
2052 (1) 20 (P)
2059 (1) |168 (C)
2061 (1) 18 (P)
193
2051 (1) 56 (C)