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आगम प्रकाशन परिचय
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वि.स.(
स
प्रकाशन नाम एवं परिचय
प्रकाशक {ग्रंथमाला) संपादक, संशोधक आदि वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद) 756 उत्तराध्ययनसूत्रम् {उत्त.सूत्र सह शारदा प्रकाशन केन्द्र संशो., संपा.-भाग्येशविजयसूरि 2041 (1) |440+396%3D लक्ष्मीवल्लभ उपा. कृत टीका)
|836 (B) भाग 1-2 (दे.ना., गु.) [T,S]
{876, 885) 757 शान्ति-सोम स्वाध्याय (उत्तराध्ययन अर्धशताब्दी महोत्सव
2042 (अ.) 248 (D) सूत्र मूल) {उत्त.सूत्र मूल} {गु.} समिति
शीलचंद्रविजयजी {876) 758 उत्तराध्ययन-सूत्रम् (उत्त.सूत्र मूल)
हर्षपुष्पामृत जैन ग्रंथमाला संशो., संपा.-जिनेन्द्रसूरि 2042 (2) 280 (E) {दे.ना.} {876}
{ग्रं. 44} 759 भगवान महावीरनी अंतिम देशना विराट प्रकाशन मंदिर संक., संपा.-मीनाबेन
2043- 312+328% {उत्त.सूत्र के विशालसेनसूरिजीकृत {क्र. 24)
अनिलभाई कापडिया
2046 (2) 640 (B) (गु.) प्रव.110} भाग 1-2 {गु., दे.ना.} 111006) उत्तराध्ययन सूत्र अथवा भगवान स्थानकवासी जैन अप्रदर्शित
2043 (अ.) 376 (C) महावीरनी अंतिम देशना (उत्त.सूत्र सह कार्यालय दयामुनिजी कृत (गु.) अनु.) {गु.}
{876, 956} |761 उत्तराध्ययन सूत्र (उत्त.सूत्र सह खंभात स्थानकवासी जैन संग्रा.-कांतिऋषिजी आचार्य । |2045- 526+528+ कांतिऋषिजी (#) कृत (गु.) शब्दार्थ, संघ (छगनऋषिजी
2047 (अ.) 388%D1442
(D) विवे.) भाग 1-3 {गु.) {876, 934} ग्रंथमाला 6} |762 महावीरस्वामीनो अंतिम उपदेश गूजरात विद्यापीठ संपा.-गोपालदास जीवाभाई 2045 304 (D) (उत्तराध्ययनसूत्रनो छायानुवाद) {पूंजाभाई जैन
पटेल
(पु.मु.) {उत्त.सूत्र का गोपालदास जीवाभाई ग्रंथमाला 13} पटेल कृत (गु.) अनु.} {गु.} [T,S]
{953) 763 आध्यात्मिक प्रवचनो (उत्तराध्ययन केवळ जिनदर्शन ट्रस्ट संशो.-धन्यमुनि कवि, 2046 (3) 470 (B)
सूत्र अध्ययन 14 मुं) (छ जीवोनो {मणिगुरु पुष्प 29) संपा.-अंदरजी घेलाभाई पटेल, अधिकार) (उत्त.सूत्र सह केशव
पूर्व संशो.-केवलमुनि मुनिजी कृत (गु.) अनु. प्रव.143 (अ.14→गाथा-19)} {गु.) {876, 1000) उत्तराध्ययनसूत्र
आगम प्रकाशन समिति, प्रधान संपा.-मिश्रीमलजी मुनि, |2047 (2) 842 (B) [UTTARADHYAYANA SUTRA] ब्यावर {जिनागम संपा.-राजेन्द्रमुनि शास्त्री डॉ. {उत्त.सूत्र सह राजेन्द्र मुनिजी शास्त्री | ग्रंथमाला ग्रंथांक 19) डॉ. कृत (हिं.) अनु., विवे. और देवेन्द्र मुनिजी शास्त्री कृत बाह्य-अभ्यंतर विस्तृत परिचयपूर्वक का समीक्षात्मक अध्ययन (दे.ना.
[T,S] {876,981) 765 उत्तराध्ययन सूत्र (गुजराती अनुवाद) महावीर साहित्य प्रकाशन अप्रदर्शित
2047 (4) 304 (C) {उत्त.सूत्र का सौभाग्यचंद्रजी मुनि कृत मंदिर (संतबाल
(गु.) अनु., विवे.} {गु.} {978} ग्रंथावलि 2} 766 | उत्तराध्ययन सूत्र (उत्त.सूत्र सह अकलंक ग्रंथमाला संपा.-अकलंकविजयजी 2048- 170+168+ अकलंकविजयजी मुनि कृत (गु.)
2049(अ.) 152...%D710 {पुष्प 166}
(C)