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4. समवायांगसूत्र
क्र. प्रकाशन नाम एवं परिचय प्र काशक {ग्रंथमाला) संपादक, संशोधक आदि वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद)
वनिताबाई महासतीजी कृत (गु.) अनु., |{आगमबत्रीसी रत्न 3} महासतीजी, संपा.-तिलोक मुनि | विवे., सारांश) (गु., दे.ना.)
{175, 193) 221 आगम सुत्ताणि (सटीकं)
आगम श्रुत प्रकाशन संशो., संपा.-दीपरत्नसागरजी |2056 (अ.) |200 (C) [समवायाङ्गसूत्रम्] {सम.सूत्र सह अभय. टीका) भाग 4 {दे.ना., गु.)
{175, 176} 222 समवायांगसूत्र
आगम प्रकाशन समिति, संपा.-हीरालाल शास्त्री, पूर्व 2057 (3) 372 (B) (SAMAVAYANGASUTRA) ब्यावर (जिनागम संयो., पूर्व संपा.-मिश्रीमलजी {सम.सूत्र सह हीरालालजी शास्त्री ग्रंथमाला ग्रंथांक 8} मुनि कृत (हिं.) अनु., विवे.} {दे.ना.} [T]
{175, 192} 223 अभ्युदय आगम सुत्ताणि (समवाओ) रत्नसागर प्रकाशन निधि |संयो.-जितरत्नसागरसूरि, 2057 (1) 83 (E) {सम.सूत्र मूल) भाग 4 {दे.ना.} [3]
संशो.-दीपरत्नसागरजी, {175)
संपा.-चंद्ररत्नसागरसूरि 224 समवायाङ्गसूत्रं (समवायांग सूत्रम्) जैनानंद पुस्तकालय संपा.-पूर्णचंद्रसागरजी गणि, पूर्व 2061 (1) 108 (P) {सम.सूत्र मूल} {दे.ना., गु.} []
संशो., पूर्व संपा.-सागरानंदसूरि {175) 225 समवायाङ्गसूत्रम्
महावीर जैन विद्यालय संशो., संपा.-जंबूविजयजी |2061 (1) 547 (B) (SAMAVAYANGASUTRAM) (जैन आगम ग्रंथमाला (आगमप्रज्ञ), पूर्व {सम.सूत्र सह अभय. टीका) (दे.ना.,
ग्रं. 20)
संशो.-पुण्यविजयजी गु., रो.} [T,S] {175, 176) .
(आगमप्रभाकर) समवायाङ्गसूत्रम्
सिद्धिभुवन मनोहर जैन संशो., संपा.-जंबूविजयजी 2061 (1) 542 (B) (SAMAVAYANGASUTRAM) ट्रस्ट, आत्मानंद जैन सभा, (आगमप्रज्ञ), पूर्व {सम.सूत्र सह अभय. टीका)
भावनगर (ग्रंथांक 2} संशो.-पुण्यविजयजी {दे.ना., गु., रो.} [T, S] {175, 176}
(आगमप्रभाकर) 227 समवायाङ्गसूत्रम् (सम.सूत्र सह जिनशासन आराधना संशो., संपा.-जंबूविजयजी 2064 (अ.) 360 (B)
अभय.टीका} {दे.ना.} [T, S] ट्रस्ट, (P) सिद्धिभुवन (आगमप्रज्ञ), पूर्व {175,176}
मनोहर जैन ट्रस्ट, संशो.-पुण्यविजयजी आत्मानंद जैन सभा, (आगमप्रभाकर) भावनगर (प्राचीन श्रुत समुद्धार पद्ममाला,
पद्म 26} | 228 आगम सटीक अनुवाद (समवाय) श्रुत प्रकाशन निधि संपा.-दीपरत्नसागरजी (2) 2066 (अ.) 224 (C)
{सम.सूत्र का दीप. कृत (गु.) अनु. और अभय. टीका आधारित विवे.} भाग 8
{गु.} {190, 197} 229 समवायाङ्गसूत्रम् {सम.सूत्र सह | श्रीपालनगर जैन श्वे. मू.पू. संपा.-पुण्यकीर्तिविजय गणि 2068 (1) 298 (P)
अभय. टीका} {दे.ना.} [T, S] देरासर ट्रस्ट {रामचंद्रसूरि {175, 176)
स्मृति ग्रंथमाला 4}
226
5. भगवतीसूत्र (230-316) धनपतसिंह बहादुर संपा.-नानकचंदजी ऋषि (2)
| 230 भगवतीसूत्र पंचमाङ्ग (भग.सूत्र सह
1938 (अ.) 1128+8613