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2. सूत्रकृतांगसूत्र
क्र.
प्रकाशन नाम एवं परिचय
प्रकाशक {ग्रंथमाला) संपादक, संशोधक आदि वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद) 154 सूत्रकृताङ्गसूत्रम् (सू.कृ.सूत्र सह |जिनशासन आराधना ट्रस्ट संपा.-कल्याणबोधिसूरि, पूर्व 2065 (अ.) |169 (P)
हर्षकुल गणि कृत दीपिका और {प्राचीन श्रुत समुद्धार संशो., पूर्व कल्याणबोधिसूरिजी कृत (सं.) संग्रहणी पद्ममाला, पद्म 39} संपा.-कल्याणबोधिसूरि, (श्रु.दूसरा)} भाग 2 {दे.ना.} [T, S]
संयमबोधिविजयजी {78,82,94} 155 सूत्रकृतांग-सूत्रम् (द्वितीय श्रुतस्कन्धः) दिव्यदर्शन ट्रस्ट संपा.-हेमप्रभविजयजी (#) 2066 (अ.) 152 (B)
{सू.कृ.सूत्र सह कुलचंद्रसूरिजी कृत टीका (श्रु.दूसरा)} {दे.ना.}
{78,93} 156 आगम सटीक अनुवाद (सूत्रकृत-1-2) |श्रुत प्रकाशन निधि संपा.-दीपरत्नसागरजी (#) 2066 (अ.) 240+256% {सू.कृ.सूत्र का दीप. कृत (गु.) अनु.
496(C) और शीलांकी टीकानुसारी विवे.}
भाग-3, 4 {गु.} {119, 130} 157
सूत्रकृताङ्गम् (सू.कृ.सूत्र सह |जिनशासन आराधना पूर्व संपा.-सागरानंदसूरि 2068 221+2583 नियुक्ति, शीलांकी टीका, भाग 1-2 ट्रस्ट, (P) आगमोदय
(पु.मु.)
479 (P) {दे.ना.} [T, S] {78, 79,81} समिति {प्राचीन श्रुत
समुद्धार पद्ममाला
पद्म 61} 158
सूत्रकृतामसूत्रम् (सू.कृ.सूत्र सह जिनशासन आराधना पूर्व संपा.-बुद्धिसागर गणि 12068 195+181=3 साधुरंग उपा. कृत टीका) भाग 1-2 ट्रस्ट, (P) देवचंद
(पु.मु.) 376(P) (दे.ना.} [T,S] {78, 83}
लालभाई जैन पुस्तकोद्धार फंड {प्राचीन श्रुत समुद्धार
पद्ममाला, पद्म 55} 159
श्रीपालनगर जैन श्वे. मू.पू. संपा.-पुण्यकीर्तिविजय गणि सूत्रकृताङ्गसूत्रम् {सू.कृ.सूत्र सह
[518+3263 2068 (1)
844 (P) नियुक्ति, शीलांकी टीका) भाग 1-2 देरासर ट्रस्ट {रामचंद्रसूरि
{दे.ना.} [T, S] {78,79, 81} स्मृति ग्रंथमाला 2-71) 160 सूयगडंगसुत्तं (सूत्रकृताङ्गसूत्रम्) जिनशासन आराधना ट्रस्ट संशो., संपा.-रत्नबोधिविजयजी |2069 (1) 480 (P)
बीओ सुयक्खंथो {सू.कृ.सूत्र सह {प्राचीन श्रुत समुद्धार नियुक्ति, चूर्णि (श्रु.दूसरा)} {दे.ना.} पद्ममाला, पद्म 71}
[T, S] {78, 79, 80} 161 सूयगडंगसुत्तं (सूत्रकृताङ्गसूत्रम्) |जिनशासन आराधना ट्रस्ट संशो., संपा.-रत्नबोधिविजयजी | 2069 (1) 480 (P)
बीओ सुयक्खंथो (सू.कृ.सूत्र सह नियुक्ति, चूर्णि (श्रु.दूसरा)} {दे.ना.)
{78, 79, 80} 162 सूत्रकृताङ्गम् सूत्रम् (प्रथम | गुरु रामचंद्र प्रकाशन संपा.-जयानंदविजयजी 2070 (अ.) 330+3603
690 (A) श्रुतस्कन्धः) {सू.कृ.सूत्र सह
समिति नियुक्ति, शीलांकी टीका,
अंबिकादत्तजी ओझा कृत छाया, (हिं.) अन्व., अनु., टीकानु. (श्रु.1)) भाग 1-2 {दे.ना.} [T, S] {78, 79, 81, 88, 100, 126}