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आगम कृति परिचय
क्र. स्वरूप
पे. | कर्ता
संवत्
कृति विशेषनाम*भाषा*गद्य-पद्य परिमाण*आदि-अंत*प्र.क्र.
1486
1487
दीपरत्नसागरजी दीपरत्नसागरजी कर्नल दलपतसिंघ बाया
1488
वि. 2053P (गु.) * गद्य * (गाथा 137) {1463, 1537} वि. 2058P | (हिं.) * गद्य * (गाथा 137) {1474} वि. 2060P | सुरेश सिसोदिया डॉ. कृत (हिं.) अनु. का भाषां. * (अं.) * गद्य
* (गाथा 137) {1322} वि. 1944 | ‘बृहट्टीकानुसारी विवे.' * (गु.) * गद्य * (गाथा 137), प्रशस्ति
श्लोक-8 (सं.) {1315,1318, 1328) वि. 2066 'विजयविमल गणि कृत लघुटीकानुसारी' * (गु.) * गद्य *
(गाथा 137) {1537}
राजेन्द्रसूरि भट्टारक
1489 अनु., विवे.
(5) | 1490 विवे. (6)
दीपरत्नसागरजी
1491 मूल (1)
पूर्वाचार्य
56. तीर्थोद्गालीकप्रकीर्णकसूत्र (1491-1493)
(प्रा.) * पद्य * गाथा 1261 ग्रं.1565 {जयइ ससिपायनिम्मलतिहुयणवित्थिण्णपुण्णजसकुसुमो। उसभो...भणिया उ अंकेणं।।126111) {1329, 1379, 1405)
|1492 छाया (2)
कल्याणविजयजी पंन्यास, | वि. 2030P | | (सं.) * पद्य * (गाथा 1261) {1329} गजसिंह राठोड ठाकुर कल्याणविजयजी पंन्यास, | वि. 2030P | (हिं.) * गद्य * (गाथा 1261) {1329) गजसिंह राठोड ठाकुर
1493 अनु. (3)
1494 मल (1)
57. मरणसमाधिप्रकीर्णकसत्र (1494-1497) पूर्वाचार्य
(प्रा.) * पद्य * गाथा 661 ग्रं.837 {तिहुयणसरारविंदं सप्पवयणरयणसागरं नमिउं।...झाणं जेसु झायव्वं ।।66111) {1330, 1332, 1333,1345, 1369,1379, 1389,1393,1399,
1426, 1480, 1484, 1510, 1523314} सागरानंदसूरि (2) वि. 1983P (सं.) * पद्य * (गाथा 663) {1333, 1426, 1480, 1484,
152335) भव्यदर्शनसूरि
वि. 2064 (गु.) * गद्य * (गाथा 663) {1333} अरुणा मुकुंदकुमार लट्ठा । | वि. 2056P 'मरण समाधि : एक अध्ययन' * (गु.) * गद्य * प्रक. 5
{1331)
1495 छाया (2)
1496 अनु. (3) 1497 शोधग्रंथ (4)
1498 मूल (1)
58. आराधनापताकाप्रकीर्णकसूत्र-वीरभद्राचार्य कृत (1498-1498) वीरभद्राचार्य
वि. 1078 (प्रा.) * पद्य * गाथा 989 ग्रं.1200 {नियसुचरियगुणमाहप्प.
दिण्णसुररायरिद्धिवित्थारो। जयइ सुररायपूइयगुणमाहप्पो... नंदउ जिणसासणं सुइरं।।989।।} {1334, 1379}
1499 मूल (1)
59. ज्योतिष्करंडकसूत्र (1499-1503) पादलिप्तसूरि
वी. सदी | (प्रा.) * पद्य * प्रा. 23→गाथा 405 ग्रं.1850 {कातूण नमोक्कारं
जिणवरवसहस्स...रइया गाहाहिं परिवाडी।।40511) {1335, 1336, 1337, 1379, 1405=5}
5वीं