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आगम कृति परिचय
1096
1101
स्वरूप पे. | कर्ता
संवत् कृति विशेषनाम*भाषा*गद्य-पद्य परिमाण आदि-अंत*प्र.क्र. | 3 | दीपरत्नसागरजी वि. 2066P
(गु.) * गद्य * (गाथा 372) 1946) 1097 भाष्यानु. 1 गुणहंसविजयजी वि. 2063P | (गु.) * गद्य * (गाथा 63) {945}
(23) 1098
| 2 | दीपरत्नसागरजी वि. 2066P | (गु.) * गद्य * (गाथा 61) {946) 1099 टीकानु, 1 माणेक मुनि
वि. 1977P हारि. टीका का अनु. * (गु.) * गद्य * (अ. 10, चू. 2) {848, (24)
854,920} 1100 2 | गुणहंसविजयजी वि. 2063 | हारि. टीका का अनु. * (गु.) * गद्य * (अ. 10, चू. 2)
{945} 3 | दीपरत्नसागरजी वि. 2066P | हारि. टीका का अनु. * (गु.) * गद्य * (अ. 10, चू. 2)
{946} 1102 अर्वा,टीकानु. 1 घासीलालजी महाराज (#) | वि. 2005P | 'स्वोपज्ञ' * (हिं.) * गद्य * (अ. 10) {880}
(25) 1103
2 | घासीलालजी महाराज (#) | वि. 2005P | 'स्वोपज्ञ' * (गु.) * गद्य * (अ. 10) {880, 881} 1104 विवे. (26) |1| अज्ञात
वि. 1965P | 'दीक्षाकुमारी प्रवास', रूपकात्मक विवेचन * (गु.) * गद्य *
(अ. 10, चू. 2)→वि. 141839,952) 1105 | हस्तीमलजी आचार्य | वि. 2026# | 'सौभाग्यचन्द्रिका टीका' * (हिं.) * गद्य * (अ. 10, चू. 2)
{(मंगलाचरण.) सुखसाधन सुषमा...जो हो सही।।2।।)
{867) लालचंद्र जैन
वि. 2038P | 'दीक्षाकुमारी का प्रवास', अज्ञातकर्तृक रूपकात्मक (गु.) विवे.
का भाषां. * (हिं.) * गद्य * (अ. 10, चू. 2) (889) 1107
4 | चंद्रशेखरविजयजी पंन्यास वि. 2060P | 'चूलिका का विवे.' * (गु.) * गद्य * (चू. 2) {931} 1108 प्रव. (27) | 1 | अभयसागरजी पंन्यास | वि. 1981# 'वाचना' * (गु.) * गद्य * (अ. 4)→वाचना 59 {925) 1109 | 2 | रामचंद्रसूरि
वि. 2033 'साधु वेशनो महिमा', रतिवाक्या चूलिका के प्रव. * (गु.) *
गद्य *(चू.1) 1947} | महाप्रज्ञजी आचार्य वि. 2054P | 'मंजिल के पडाव' * (हिं.) * गद्य * (अ. 10) →प्रव. 10
{1517} 1111 अर्वा.प्रश्न. जयानंदविजयजी | वि. 2049P | भद्रंकरसूरिजी के (गु.) विवे. का प्रश्नोत्तरात्मक भाषां. * (हिं.) (28)
* गद्य * (अ.10, चू.2)→प्रश्न.2381906} 1112 अंशसंग्रह |1| वाचंयमाश्रीजी
| 'दशवकालिकसूत्र चिंतनिका', सविवेचन * (गु.) * गद्य * (अ. (29)
10, चू. 2) →प्रक. 50 {904} | 2 | कमलचंद सोगानी डॉ. वि. 2043P | 'दशवैकालिक चयनिका', अनुवाद और व्याकरण संदर्भ
युक्त * (हिं.) * गद्य, पद्य * (अ. 10, चू. 2) →सूत्र 100
893) 1114 शोधग्रंथ 1 एम. वी. पटवर्धन प्रो. वि. 1989P ‘दशवकालिकसूत्र : एक अध्ययन' * (अं.) * गद्य * (अ. 10,
चू. 2)→प्रक. 22 {859) 2 महाप्रज्ञजी आचार्य वि. 2023P | ‘दशवकालिकसूत्र : एक समीक्षात्मक अध्ययन' * (हिं.) * गद्य
* (अ. 10, चू. 2) अध्याय 5 {877)
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| (30)