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________________ आपके द्वारा यह श्रुतज्ञान प्रसार व शासन प्रभावना का | गई। सेलम वासियों की भी बहुत मांग है पुस्तक के लिए। कार्य प्रशंसनीय, अभिनंदनीय, सराहनीय एवं अनुकरणीय राजन पुनावाला, शशिकान्त पुनावाला, सेलम (T.N) है। “विनय बोधि कण" की प्रति USA भेज दी है। आप लोग साहित्य के साथ साथ ऐसे आत्मिक संत का अनंत साबद्रा C.A, नासिक M.S अधिक से अधिक लाभ ले, ऐसे संत बहुत कम मिलते है। सुशील बहु मंडल, जगलाँव को विनय बोधि कण प्राप्त __ जीतमल पारस, इन्दौर (म.प्र) हई। देखकर मंडळ की सभी सदस्याओं को बहुत प्रसन्नता “विनय बोधि कण" का प्रकाशन से जैन समाज में एक हुई, धन्यवाद प्राथमिक ज्ञान, जैनत्व का बीज रुप अच्छी पुस्तक ने विजया राजेन्द्र मल्हारा, खूबचंद सागरमल, जलगांव (M.S) ख्याति प्राप्त की है। हर कोई इसे घर में रखना व पढ़ना "विनय बोधि कण" के चिंतन कणों से अधिकाधिक श्रावक चाहता है। श्राविका जुड़े। ऐसी मनोभावना है। ए. प्रसन्नचंद कोटड़िया, ऊटी (T.N) अभयकुमार जैन, भवानीमंडी (राज.) Thankyou very very much, for your king action of “विनय बोधि कण" की दो प्रति बालोतरा संघ को प्राप्त हई sending us 'Vinay Bodhi Kan' है, दोनों स्थानकों में रखी गई जिससे सभी लोग लाभान्वित ___For S. Vimal, Pudducherry हो सके। पुस्तकें मिली, अति प्रसन्नता हुई, संघ की संपति रहेगी, स्था.जैन संघ बालोतरा (राज.) सभी उपयोग करेंगे। “विनय बोधि कण” को पढ़ा, हमें बहुत अच्छा लगा। देवराज टाटिया (संघपति), जबलपुर (म.प्र) ___ श्री लक्ष्मी, वल्लम (T.N) पुस्तकें मिली। गुरुदेव ने हम पर बड़ी कृपा की, आगे भी विनय आराधना आदि सभी ग्रन्थ स्वाध्याय उपयोगी है। कृपा बनाये रखना। पठन पाठन करते है। प्रेम प्रसन्न चेरिटेबल ट्रस्ट, तिरुतनि (T.N) मूलराज गोलेच्छा, खींचन (राज.) ग्रन्थ पढ़कर बहुत ही हर्षोनुभव हुआ। इन्दौर से प्राप्त ग्रन्थ में शास्त्र चर्चा अति उत्तम व सही उत्तमचंद भागचंद भूरा, देशनोक (राज.) ज्ञान की जानकारी दी हुई है। बहुत ही सुन्दर स्तवन, भजन तथा प्रार्थनाएँ भरी हुई है। शंकरलाल बागरेचा बोदवड़ (M.S) कमलेश कोठारी कालीकट (Kerala) पुस्तक पढ़कर बहुत ही आनंद आता है। पुस्तक क्या साक्षात मुनिराज ही मानो बोल रहे है। विनय आराधना प्रभावना व भावना पढ़कर हृदय के द्वार खुल गए स्वाध्याय करके आत्मा को जागृत करेंगे। और नरेशचंद जैन, मु.नगर (U.P) पुस्तके भिजवावें। पुस्तकें अच्छी तथा पठनीय है। चतरसिंह बड़ा महुआ, भीलवाड़ा (राज.) दुर्गाचंद बैद ऊटी (T.N) पुस्तक पढ़कर बहुत खुशी हुई। आपका आभार मानते है। पीपाड़ भण्डार लाइब्रेरी में रख दी गई है। मा. तारासिहं ढढ्ढा, कडलूर (T.N) एस.मूथा, पीपाड़ सीटी (राज.) धर्ममा आगल वधवा अने स्थिर रहेवा आप प्रयत्न करी बहुत ही अच्छा उपयोग हो रहा है। बहुत ही काम की बुक रह्या छो जेनो अमे खूब उपकार गणीओ, मानीओ छीओ। रसिकलाल एन. सेठ, कोयम्बतूर (T.N) ललित कोटड़िया लोहावट (राज.) बहुत ही अच्छे विचारों से भरी किताब सभी को प्रभावित शिविरनो साहित्य मलेल, ते बदल आभारी छीए, गुजरातीमां करने वाली है। “विनय बोधि कण" बहु सरस अने संघने उपयोगमा आवशे। महावीर बोहरा (अध्यक्ष), स्था. संघ अरसीकेरे (कर्ना.) संघ वती - प्रदीप गांधी (अध्यक्ष), सभी धर्म सन्देश पुस्तक के माध्यम से प्राप्त हुए। पढ़कर गुजराती स्था. संघ इन्दौर अत्यन्त ही आनंद की अनुभूति हुई। हमने २३ पुस्तक (वि.बो. कण) Books महाराष्ट्र के विभिन्न शांतिलाल बेताला, दिल्ली - ९ गावों शहरों में भिजवा दी है। लिस्ट भी आपको भिजवा दी 304
SR No.002325
Book TitleVinay Bodhi Kan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaymuni
PublisherShwetambar Sthanakwasi Jain Sangh
Publication Year2014
Total Pages336
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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