________________
::
.
kikikik
AWA OO.०-८
k
OYAL
अनुक्रम कहाँ क्या ?
(५०,
TOTATOPA
O
ॐ.. १. समर्पण - साध्वी प्रिय-सुदर्शनाश्री
शुभाकांक्षा - प.पू.राष्ट्रसन्त श्रीमद्जयन्तसेनसूरीश्वरजी म.सा. मंगलकामना - प.पू.राष्ट्रसन्त
श्रीमद्पद्मसागरसूरीश्वरजी म.सा. ४. रस-पूर्ति - प.पू.मुनिप्रवर श्री जयानन्दविजयजी म.सा. ९ ५. पुरोवाक् - साध्वीद्वय डॉ. प्रिय-सुदर्शनाश्री
आभार - साध्वीद्वय डॉ. प्रिय-सुदर्शनाश्री सुकृत सहयोगीश्री सौधर्म बृहत्तपोगच्छीय सकल श्रीसंघ,
धाणसा (राजस्थान) जिला-जालोर ( ८. आमुख - डॉ. जवाहरचन्द्र पटनी
मन्तव्य - डॉ. लक्ष्मीमल्ल सिंघवी ॐ (पद्मविभूषण, पूर्वभारतीय राजदूत-ब्रिटेन)
*.. १०. दो शब्द - पं. दलसुखभाई मालवणिया (* ११. 'सूक्ति-सुधारस': मेरी दृष्टि में - डॉ. नेमीचंद जैन ।
१२. मन्तव्य - डॉ. सागरमल जैन *. १३. मन्तव्य - पं. गोविन्दराम व्यास * १४. मन्तव्य - पं. जयनंदन झा व्याकरण साहित्याचार्य
१५. मन्तव्य - पं. हीरालाल शास्त्री एम.ए.
१६. मन्तव्य - डॉ. अखिलेशकुमार राय ॐ.. १७. मन्तव्य - डॉ. अमृतलाल गाँधी
VANYOOOOO.OR40
toyoyATOYAYOGo)
OYOGoalo
HAN