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लेखिकाद्वय की महत्त्वपूर्ण कृतियाँ
आचाराङ्ग का नीतिशास्त्रीय अध्ययन (शोध प्रबन्ध) लेखिका : डॉ. प्रियदर्शनाश्री, एम. ए. पीएच.डी. आनन्दघन का रहस्यवाद (शोध प्रबन्ध) लेखिका : डॉ. सुदर्शना श्री, एम. ए., पीएच.डी. अभिधान राजेन्द्र कोष में, सूक्ति-सुधारस (प्रथम खण्ड) अभिधान राजेन्द्रकोष में, सूक्ति सुधारस (द्वितीय खण्ड) अभिधान राजेन्द्रकोष में, सूक्ति-सुधारस (तृतीय खण्ड)
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६. अभिधान राजेन्द्रकोष में, सूक्ति-सुधारस (चतुर्थ खण्ड).
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अभिधान राजेन्द्रकोष में, सूक्ति-सुधारस (पंचम खण्ड) अभिधान राजेन्द्रकोष में, सूक्ति-सुधारस (षष्ठम खण्ड) ९. अभिधान राजेन्द्रकोष में, सूक्ति-सुधारस ( सप्तम खण्ड) १०. 'विश्वपूज्य' : (श्रीमद्राजेन्द्रसूरि : जीवन-सौरभ ) (अष्टम खण्ड) ११. अभिधान राजेन्द्र कोष में, जैनदर्शन वाटिका ( नवम खण्ड)
१२. अभिधान राजेन्द्र कोष में, कथा-कुसुम (दशम खण्ड)
१३. राजेन्द्र सूक्ति नवनीत (एकादशम खण्ड)
१४. जिन खोजा तिन पाइयाँ (प्रथम महापुष्प)
१५. जीवन की मुस्कान (द्वितीय महापुष्प)
१६. सुगन्धित - सुमन (FRAGRANT-FLOWERS) (तृतीय महापुष्प)
प्राप्ति स्थान : श्री मदनराजजी जैन
द्वारा शा. देवीचन्दजी छगनलालजी
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आधुनिक वस्त्र विक्रेता, सदर बाजार,
पो. भीनमाल- ३४३०२९ जिला - जालोर (राजस्थान)
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अभिधान राजेन्द्र कोष में, सूक्ति-सुधारस • खण्ड- 6 • 301