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सक्ति शीर्षक पूर्वभुक्त भोग की विस्मृति
211
284
P
212
437
पृथ्वीवत् क्षमाशील मुनि
213
185
पैशुन्य-परिणाम पैशुन्य, पीठ-मांस-भक्षण
214
411 .
215
231
पौषधव्रत
न
216
462
पंडितजन-धारणा
217
186
पुंडरीक साधक
र
218 219 220 221 20 222 22353 224 225 141
प्रत्याख्यान प्रत्याख्यान-लाभ प्रतिक्रमण प्रतिक्रमण क्यों ? प्रतिक्रमण-लाभ प्रकाम भोजन-वर्जन प्रमत्त-अप्रमत्त प्रबुद्ध साधक प्रणीत पदार्थ-त्याग प्रशान्त मुनि प्रत्येक शरीरी
.. 182
227
468
228
195
229
167
प्रायश्चित्त प्रायश्चित्त-महत्ता
230
168
च
231
231
329
329
प्रियंकर प्रियवादी
न
232
211
फलवद् आचार्य
233
331
बहुश्रुत, सिंहवत्
अभिधान राजेन्द्र कोष में, सूक्ति-सुधारस • खण्ड-5 • 213
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