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क्रमा
सक्ति नम्बर
सूक्ति शीर्षक
181
108
182
32 225
183
226
185
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124 278 198
188
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205
190
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111
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64
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25
195
207
भवान्तकर्ता भावान्धकार भिक्षाचरी में न दैन्य न कोप भिक्षाचरी संहिता मत बढ़ने दो मन पर संयम मनदर्पण, निर्वाण मन के जीते जीत मन-अश्व मनुष्य-भव-प्राप्ति मरण-शरण मान-जय-प्रक्रिया मिताहारी साधक मिथ्यादृष्टि जीव मिथ्यादृष्टि (असत्यप्ररूपक) मित्रता मित्रतानाशक मुक्ति-मूल मुनि कैसे चले ? मृत्यु-विभीषिका मृत्यु-भय मैं सदा अकेला मोक्ष का मूल मोह-क्षय मोहक्षय-सर्वक्षय मोहदर्शी-गर्भदर्शी मोह-कर्मक्षीण मोक्ष-साधना मोक्ष नहीं मोक्ष
196
137
197
62
198
199
268 215 115
200
201
288
202
203
259 280
204
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164 276
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178
209
263
210
248
अभिधान राजेन्द्र कोष में, सूक्ति-सुधारस • खण्ड-3, 151