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विक्रम चरित्र
व्यवहार भाष्य - पीठिका
सन्मति तर्कप्रकरण – आचार्य सिद्धसेन दिवाकर - श्री अभयदेवसूरि प्रणीत तत्त्वबोध विधायिनी व्याख्या, श्री जैनग्रन्थ प्रकाशन सभा, भावनगर, विक्रम संवत् 1996 |
सूत्रकृतांग सूत्र - (श्रीमद् शीलांकाचार्य वृत्तियुक्तम्) सम्पादक एवं संशोधक मुनि श्री जम्बूविजयजी, मोतीलाल बनारसीदास, इण्डोलाजिक ट्रस्ट, बंगलारोड, जवाहरनगर, दिल्ली 7 प्रथम संस्करण, सन् 1978
स्याद्वादमंजरी - ( कारिका टीका सह) - हेमचन्द्राचार्य - अन्ययोग व्यवच्छेदद्वात्रिंशिका स्तवन टीका मल्लिषेण सूरि प्रणीता - सम्पा. - डॉ. जगदीशचन्द्र जैन, श्री परमश्रुत प्रभावक मण्डल, श्रीमद् राजचंद्र आश्रम, अगास, तृतीय आवृत्ति, ई0 सन् 1970 1 स्थानांग सूत्र (ठाणांग)
शास्त्रावार्ता समुच्चय
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50. ज्ञानसाराष्टक
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उपाध्याय यशोविजय, केशरबाई ज्ञानभंडार संस्थापक, संघवी नगीनदास करमचन्द, प्रथम आवृत्ति, विक्रम सं. 1994 |
अभिधान राजेन्द्र कोष में, सूक्ति-सुधारस • खण्ड-1/181