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________________ णामविवजिउ पाहणसण्णिहु सो ण जणेइ किंपि सेविउ सुहु एम परिक्खिवि देउ गहिजइ अदृपयार पुज्ज तहो किज्जइ 5 भावपुज्ज साहुहु उवइट्ठिय भव्विहि सा पुणु दव्विहि दिट्टिय एयसमइ अहवा तिहि कालिहि सा विरएव्वी बुद्धिविसालिहि जो एक्कइ दिणि जिणवरु पुज्जइ तहो आजम्मु वि पाउ विलिजइ सयल काल तं जो परिपालइ सो इंदत्तु सुरेसहो चालइ जलगंधक्खयचरुयहि कुसुमिहि दीवधूवसुफलहि अइगरुयहि पयकमलइ पुजइ जिणणाहह जो भत्तिए सुइणाणसणाहह ॥ घत्ता ॥ सो लोए थुणिजइ साहु भणिज्जइ अमरकित्तिपयणिहियमणु 12 वजियकुवियप्पउ हयकंदप्पउ अंवपसाय सुसीलहणु ॥१३॥ इय छक्कम्मोवएसे महाकइसिरिअमरकित्तिविरइए महाकव्वे गुणपालचच्चिणिणंदणवपसायाणुमण्णिए छक्कम्मणिण्णयवण्णणो णाम पढमो संधिपरिच्छेओ सम्मत्तो ॥ संधि १॥ - नामस्थापनाद्रव्यभावैः. 2. B. चउणासेहिं - चतुर्भिः न्यासैः. 3. णामविवज्जिउ पाहणसण्णिहु - नामादिन्यासविनापाषाणतुल्यं; सो - देवः. 5. साहुहुं - साधूनां; भवियहि - गृहस्थानां; सा - पूजा; दिट्ठिय - प्राप्ता. 7. B. विलिज्जइ - विनश्यति. 8. तं - जिनं. II. अमरकित्तिपय - अमरकीर्तिपदे - मोक्षपदे. 12. कुवियप्पउ - कुत्सितविकल्पः; सुसीलहणु - सुष्टु शीलधनः. अंचिजइ. B. भवियहि; अच्चिज्जइ. C. कारणु...भबियहि. 3.C. सो णरु...सुह सेविउ. 4. A. परिखिवि; B. परेक्खिवि; C. पूय for पूज्ज. 5. B. साहुहुं...भवियहिं. C. पूय...भवियह. 6. B. तिहि कालिहिं...विरएव्वी. C. तिहिं कालिहिं...विसालेहिं. 7. B. एक्कहि; C. एक्कहि. 8. BC. जो तं for तं जो. 9. B. जलगंधक्खयकुसुमिहिं चरुयहिं...सुफलिहिं. C. कुसुमहिं चरुयहिं...हिं. 10. C. पायकमल; सुद्धणाण II. B. लोए थुणिज्जइ; C.सु लोइ. 12. B. अंव' C. सीलधणु. . Colophon B. अव...संधी समत्तो ॥ छ ॥ संधि ॥ छ ॥१॥ Colophron C. अंब...पढमो परिच्छेउ सम्मत्तो ॥
SR No.002315
Book TitleChakkammuvaeso
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhusudan Modi
PublisherOriental Institute
Publication Year1972
Total Pages448
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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