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________________ तीयउ चरित्तु जसहरणिवासु पद्धडियाबंधे किउ पयासु टिप्पणउ धम्मचरियहो पयडु तिह विरइउ जिह वुज्झेइ जडु सकसिलोय जणि जणियदिहि गुंफियउ सुहासियरयणणिहि धम्मोवएसचूडामणिक्खु तह झाणपईउ सुझाणसिक्खु छक्कम्मुवएसें सहु पबंध किय अट्ठसंख सइं सच्चसंध सकयपाइयकव्वइ घणाइ अवराइ कियइ रंजियजणाइ पइ गुरुकुल तायहो कुल पवित्तु सुकवित्तइ सासउ किउ महंतु 10 कइयणवयणामउ जे पियंति अजरामर होएवि ते जियंति जिह रामपमुह सुय कित्तिवंत कइमुहसुहाइ पेच्छहि जियंत कइ तुट्ठउ परु अप्पें समाणु अखयत्तणु करइ पसिद्धिठाणु ॥ घत्ता॥ मंतोसहिदेवह कियचिरसेवह धुउ पहाउ णउ सीसह + परकायपवेसणु कियसासयतणु तिह जिह कइहि पदीसह ॥७॥ सक्कयसिलोय - संस्कृतश्लोकैः, सुहासियरयणणिहि - सुभाषितरत्नावली; 6. B. धम्मोवएसचूडामणि - धर्मोपदेशचूडामणि'; झाणपईउ सुझाणसिक्खु - कथंभूतःध्यानप्रदीपः, ध्यानसिष्या यत्र; 7. B. छक्कम्मुवएसें - संस्कृतः षट्कर्मोपदेशः; पबंध - कवित्वानि; काव्यानि; सच्चसंघ - हे सत्यप्रतिज्ञ; 8. B. सक्कयौं - संस्कृत; II. B. कइमुहसुहाइ - कविमुखामृतेन; पेच्छहि - पश्यंति; जियंत - जीवमानाः; 12. तुट्ठउ - संतुष्टः; अखयत्तणु - अक्ष(ष्य )यत्वं; पसिद्धिठाणु - प्रसिद्धस्थानं. 4. A. जिहज्झेइ for जिह बुज्झेइ. B. टिप्पणउं...पयडु तह जह वुझेइ. C. चरियहु पयडु तह... जह वुज्झेइ. 5. A. सज्जय for सक्कय; सिलोयविहि; B. सक्कयसिलोय जणि; णिही. C. सुहासिउरयणणिही; दिही. 6. A. धम्मोवएसु; ज्झाण; सुज्झाण. B. धम्मोवएसचूडामणेक्खु. 7. A. सुहपवंधु; सइ सच्चसंधु; B. छक्कम्मुवएसें सहु पवंध किय अट्ठसंख सई सच्चसंध; C. छक्कम्मुवएसिं सहु पवंध. 8. A. सक्कइ; B. °कव्वई घणाइं अवराई कियइं रंजियजणाई. C. घणाई...जणाई. 9. B. पई...सुकइत्ते; C. कियउ for किउ. I0. A. वयणम्मउ; BC. कइयणवयणामउ B. पिवंति; C. होइवि. II. A. पेछहि; B. जह...कित्तिवत्त...कइमुहसुहाए. C. कित्तिवत्त...सुहाई पिछहि जयंत. 12. A. अखयतणु; हाणु. B. अप्पें...अखयत्तणु; C. अप्पें; 13. A. णं BC. देवहं...सेवहं...णउ सीसइ. 14. . तह जह कइहिं.
SR No.002315
Book TitleChakkammuvaeso
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhusudan Modi
PublisherOriental Institute
Publication Year1972
Total Pages448
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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